Mango Flower Vastu: पीले रंग काे बसंत का प्रतीक माना जाता है। बसंत ऋतु की शुरुआत के साथ ही खेताें में फसलें लहलहा उठती है। पेड़ाें पर नई कोपलें उग आती है और फूल खिल उठते हैं। ऐसा लगता है जैसे प्रकृति अपना शृंगार करती है। बसंत ऋतु की शुरुआत से ही पेड़ों पर फल लगने शुरू हो जाते हैं। आम के पेड़ों में पीले बौर (मंजरी) निकल आते हैं। माना जाता है कि बसंत में आम की मंजरी देखना शुभ होता है। आइए जानते हैं क्यों आम के बौर देखना चाहिए…
बसंत पंचमी का महत्व
मान्यता है कि इस दिन माता सरस्वती का जन्म हुआ था। इसलिए बसंत पंचमी के दिन सरस्वती माता की विशेष पूजा की जाती है। मां सरस्वती को विद्या और बुद्धि की देवी माना जाता है। बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती से विद्या, बुद्धि, कला और ज्ञान का वरदान मांगा जाता है। इस दिन पीले रंग के कपड़े पहन कर पीले फूलों से देवी सरस्वती की पूजा करने ज्ञान और बुद्धि में वृद्धि होती है। पीले रंग को बसंत का प्रतीक माना जाता है।
पीले रंग का खास महत्व
बसंत पंचमी के दिन पीला रंग बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। लोग मां सरस्वती की पूजा करते समय पीले कपड़े पहनते हैं। उन्हें पीले पुष्प, फल, चावल और अन्य भोजन अर्पित करते हैं। इसकी वजह है कि बसंत पंचमी तक मौसम सुहावना हो जाता है और कड़ाके की ठंडक कम हो जाती है। इस मौसम में पेड़ों पर नई पत्तियां खिलने लगती हैं, फूल खिलने लगते हैं और खेतों में सरसों की फसल खिलने लगती है। खेतों में सरसों के पीले-पीले फूल देखने से लगता है कि प्रकृति ने खुद को पीले रंग से सजाया है। कुल मिलाकर, बसंत में पीला रंग प्रमुख होता है। इस बसंत में माता सरस्वती का जन्मदिन भी आता है। ऐसे में बसंत के पीले रंग से जुड़ी वस्तुओं को मां सरस्वती को अर्पित कर पूजन किया जाता है।
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क्यों देखना चाहिए आम के बौर
बसंत पंचमी के पहले आम के पेड़ों पर मोर यानी बौर आने लगते हैं। यह तरक्की का संकेत देते हैं। हिंदू धर्म में महिलाओं का बसंत पंचमी के दिन आम के बर देखना शुभ माना जाता है। कहां गया है कि आम के बाद को देखने से घर में खुशहाली आती है तरक्की के अवसर बनते हैं। बसंत पीले रंग के लिए जाना जाता है और आम के बोर पीले रंग के निकलते हैं। इसलिए बसंत के महीने में आम के बोर को देखने से शुभ संकेत मिलते हैं।
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