इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कर ली है खास तैयारी, अब टैक्स बचने के लिए गलत वादे करना पड़ेगा टैक्स भोगियों को भारी

टैक्स चुकाना हमारे समाज और देश के विकास के लिए बहुत ज़रूरी है। टैक्स से सरकार को पैसे मिलते हैं, जिनका इस्तमाल कई सार्वजनिक सेवाओं और सुविधाओं के लिए किया जाता है। जैसे, स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़कें, बिजली, और पानी की सुविधाएं। इन सेवाओं के बिना लाइफ की क्वालिटी कम हो जाती है। जब हम टैक्स चुकाते हैं, तो हम समाज के डेवेलोपमेंट में अपना योगदान देते हैं। टैक्स से मिलने वाले पैसे का इस्तमाल गरीबों की मदद, नेचुरल डिसास्टर्स में राहत कार्य, और सोशल सिक्योरिटी से जुडी योजनाओं में भी होता है। इससे समाज में समानता और न्याय कायम रहता है।

2024 फाइनेंसियल वर्ष के लिए इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने की लास्ट डेट 31 जुलाई थी। अब तक लगभग 6 करोड़ ITR दाखिल किए गए हैं, जिसमें से लगभग 70 प्रतिशत न्यू टैक्स रिजीम के तहत हैं। कई टेक्सपयेर्स ऐसे भी होते है जो टेक्सस में बचत करने के चक्कर में झूठे दावे कर देते है। अगर आप भी ऐसा ही करते है तो आपको भी आगे काफी मुश्किलों का सामना करना पद सकता है| जानिए कैसे

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के मुताबिक गलत जानकारी या दावों के साथ ITR फाइल करने के कई उदाहरण सामने आए हैं। विभाग द्वारा चेतावनी दी गयी है कि ऐसा करना दंडनीय अपराध है और ऐसा करने वाले को कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। डिपार्टमेंट अब इसकी जांच टेक्नोलॉजी की मदद से करी जा रही है। इसलिए टैक्सपेयर्स को रिफंड मिलना मुश्किल हो रहा है।

टैक्सपेयर्स को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा कहा गया है कि ITR फॉर्म में टैक्स छूट या रिफंड का दावा सही होना चाहिए। इसकी पुष्टि के लिए प्रमाण भी होना चाहिए। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट जांच के दौरान इन दस्तावेजों की मांग कर सकता है।अगर कोई दावा गलत है तो उसको टैक्स चोरी में शामिल किया जा सकता है । ऐसे में उस करदाता पर मुकदमा चल सकता है।

 

कैसे पेश करे जा रहे है कर बचाने के गलत दावे

– हाउस रेंट की फेक स्लिप – टैक्सपेयर्स फर्जी हाउस रेंट अलाउंस का इस्तमाल करके RTI फाइल करते हैं। अगर कोई करदाता एक लाख रुपये से अधिक का HRA प्राप्त करता है, तो उसे अपने मकान मालिक का पैन कार्ड देना होगा। अगर मकान मालिक को किराया की राशि RTI में दिखानी चाहिए ऐसा न करने पर कार्रवाई होगी।

– दान की फेक स्लिप – कई टैक्सपयेर्स तो फेक दान की स्लिप्स की मदद लेना छह रहे है| यह स्लिप कोई और नहीं बल्कि धर्म के नाम पर चढ़ावे की फेक स्लिप्स पायी जा रही है|

– इनकम कम दिखाना – ITR फाइल करते समय बहुत से लोग अपनी इनकम का गलत विवरण देते हैं। यही कारण है कि उनके कर में भी कमी आ जाती है। टैक्सपेयर का पूरा टैक्स कभी-कभी माफ हो जाता है। तनख्वाह पाने वाले अक्सर दूसरे सोर्सेज से हुई इनकम नहीं बताते हैं। ऐसे में जांच के दौरान अधिक टैक्स निकलता है।

यदि सभी लोग अपनी जिम्मेदारी से कर चुकाएं, तो सरकार को फाइनेंसियल रूप से सशक्त बनाया जा सकता है, जिससे देश की तरक्की हो सके। इसके अलावा, कर चुकाना हमें अपने सिटीजन ड्यूटीज का पालन करने का अहसास कराता है और देश के प्रति हमारी जिम्मेदारी को समझाता है। टैक्स का सही इस्तमाल न केवल फाइनेंसियल डेवेलोपमेंट को बढ़ावा देता है, बल्कि यह समाज के हर क्लास की भलाई में भी योगदान करता है। इस तरह, टैक्स का भुगतान करना एक जिम्मेदार नागरिक की पहचान है और एक मजबूत और स्वस्थ समाज के निर्माण में मदद होता है।

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