ब्राजील में X पर लगा बैन, सुप्रीम कोर्ट ने एलन मस्क को दिया करारा झटका

पिछले सप्ताह, ब्राजील के एक न्यायाधीश ने स्थानीय कानूनी प्रतिनिधि का नाम उजागर करने से इनकार करने के चलते सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) को ब्राजील में ब्लॉक करने का आदेश दिया था। अब, सुप्रीम कोर्ट की एक बड़ी पीठ ने इस निर्णय को बरकरार रखा है

Brazil Supreme Court Ban On X :ब्राजील की सुप्रीम कोर्ट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लगाए गए प्रतिबंध को बरकरार रखा है। अरबपति कारोबारी एलन मस्क के स्वामित्व वाले इस प्लेटफॉर्म को देश के एकल न्यायाधीश की पीठ ने पिछले हफ्ते ब्लॉक कर दिया था। इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट की पूर्ण पीठ ने सर्वसम्मति से समर्थन दिया है। जज डी मोरेस ने X पर स्थानीय कानूनी प्रतिनिधि का नाम न बताने के कारण प्रतिबंध लगाया था और आदेशों का पालन न करने पर 30 लाख अमेरिकी डॉलर से अधिक का जुर्माना भी लगाया है।

प्रतिबंध लगने का कारण 

प्रतिबंध की वजह X द्वारा ब्राजील के स्थानीय कानूनों का पालन न करना और अदालत के आदेशों की अवहेलना करना है। जज डी मोरेस ने एक्स को अपने ब्राजीलियाई कानूनी प्रतिनिधि का नाम साझा करने का निर्देश दिया था, जिसका कंपनी ने पालन नहीं किया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, जज मोरेस ने कहा कि एलन मस्क ने ब्राजील की संप्रभुता और न्यायपालिका का “पूर्ण अपमान” किया है। उनके अनुसार, मस्क खुद को एक “सुपरनैशनल इकाई” के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं, जो ब्राजील के कानूनों से ऊपर है।

सुप्रीम कोर्ट का फैसला

ब्राजील की सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को इस मामले की सुनवाई की, जिसमें पांच न्यायाधीशों ने हिस्सा लिया। इन जजों में से जज डी मोरेस भी शामिल थे, जो पहले ही इस मामले में कठोर निर्णय दे चुके हैं। कोर्ट ने X के खिलाफ लगाए गए प्रतिबंध को सही ठहराया और कहा कि जब तक कंपनी अदालत के आदेशों का पालन नहीं करती और 30 लाख अमेरिकी डॉलर से अधिक का जुर्माना नहीं चुकाती, तब तक यह प्रतिबंध जारी रहेगा।

मस्क और उनके समर्थकों की प्रतिक्रिया

एलन मस्क और उनके समर्थकों ने जज डी मोरेस के फैसले की कड़ी आलोचना की है। उनका आरोप है कि जज मोरेस ब्राजील में राजनीतिक भाषण को सेंसर करने की कोशिश कर रहे हैं। मस्क ने जज डी मोरेस को एक ऐसे व्यक्ति के रूप में प्रस्तुत किया है, जो राजनीतिक विचारों और स्वतंत्र भाषण को दबाने पर आमादा है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने मस्क के इन आरोपों को खारिज कर दिया और जज डी मोरेस के फैसले का समर्थन किया।

ब्राजील में सोशल मीडिया का उपयोग

ब्राजील की 21 करोड़ की आबादी में सोशल मीडिया का उपयोग काफी व्यापक है। प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) यहां राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संवाद का एक महत्वपूर्ण साधन है। X पर बैन से ब्राजील में लोगों के संवाद और जानकारी के आदान-प्रदान पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है। इसके साथ ही, यह फैसला अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के लिए भी एक चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है, जो स्थानीय कानूनों और नियमों की अनदेखी कर रहे हैं।

आगे की राह और विकल्प

अब X के पास केवल दो विकल्प हैं: या तो वह ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करे और जुर्माना चुकाए, या फिर देश में अपनी सेवाओं को जारी रखने के लिए कानूनी प्रक्रिया को चुनौती दे। कंपनी को जल्द ही इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना होगा, क्योंकि ब्राजील की सरकार और न्यायपालिका ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स द्वारा कानूनों के उल्लंघन पर सख्त रुख अपनाया हुआ है।

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X पर बैन का व्यापक प्रभाव 

यह प्रतिबंध सिर्फ एलन मस्क के लिए ही नहीं, बल्कि अन्य अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के लिए भी एक बड़ा संदेश है। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि ब्राजील अपनी संप्रभुता और कानूनों के उल्लंघन पर किसी भी प्रकार की ढील देने के मूड में नहीं है। इससे अन्य सोशल मीडिया कंपनियों को भी यह संकेत मिला है कि वे स्थानीय नियमों और कानूनों का पालन करने में लापरवाही नहीं कर सकतीं।

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