Shardiya Navratri 2024: आज नवरात्रि (Shardiya Navratri ) का सातवां दिन है और मां कालरात्रि (Maa Kalratri) की पूजा हो रही है। नवरात्रि में नौ दिनों के दौरान माता रानी (Maa Durga) की भक्त उत्साह पूर्वक पूजा करते हैं। नवरात्रि में कन्या पूजन का विशेष महत्व है। अष्टमी और नवमी तिथि को लोग कन्या भोजन कराते हैं। कन्या भोजन (Kanya Pujan) कराए बिना नवरात्रि का पूजा पूरा नहीं माना जाता है। कन्या भोजन करते समय आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए वरना माता रानी नाराज हो जाएगी और व्रत का पूर्ण फल नहीं मिलेगा।
शारदीय नवरात्रि कन्या पूजन 2024 का शुभ मुहूर्त (Shardiya Navratri 2024)
महाष्टमी के दिन कन्या पूजन 11 अक्टूबर को सुबह 07:47 बजे से 10:41 बजे तक किया जा सकता है. इसके पश्चात, दोपहर 12:08 बजे से 1:35 बजे तक भी पूजन किया जा सकता है.राहुकाल का समय दोपहर 10:41 बजे से 12:08 बजे तक रहेगा।
कन्या पूजन (Kanya Pujan) करते समय इन बातों का रखें विशेष ध्यान
कन्या पूजा के लिए कन्याओं को भाव से आमंत्रित करें।
इस दिव्य पूजन के दौरान मन में किसी प्रकार की हीन भावना न लाएं।
कन्याओं के बीच भेदभाव न करें।
पूजा के दौरान काली चीजों का उपयोग न करें।
कन्याओं का पूरे परिवार सहित उनका स्वागत करें।
पवित्र स्थान पर कन्याओं को बिठाएं।
कन्याओं के माथे पर अक्षत, फूल और कुमकुम का तिलक लगाएं।
माता रानी का ध्यान करके सभी कन्याओं को भोजन कराएं।
भोजन के बाद कन्याओं को क्षमता अनुसार उपहार और दक्षिणा दें।
अंत में कन्याओं का आशीर्वाद उनका पैर छूकर लें।
कन्या पूजन से जुड़ी मान्यता
इस दिन भक्त व्रत रखते हैं और छोटी- छोटी कन्याओं को अपने घर पर आमंत्रित करते हैं। यह अनुष्ठान माता रानी के प्रति आभार व्यक्त करने का एक खास तरीका है। इस दिन लोग शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री की पूजा करते हैं और कन्याएं देवी दुर्गा के इन नौ दिव्य रूपों का प्रतिनिधित्व करती हैं।
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