T20 World Cup: टी-20 वर्ल्ड कप में भारतीय महिला क्रिकेट टीम का सपना एक बार फिर अधूरा रह गया। हरमनप्रीत कौर और उनकी टीम ने करोड़ों भारतीय फैंस का दिल तोड़ दिया है। यूएई में चल रहे इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम सेमीफाइनल तक पहुंचने में भी नाकाम रही। ग्रुप स्टेज में न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली हार के साथ ही हरमन की सेना का सफर समाप्त हो गया।
भारतीय टीम को उम्मीद थी कि पाकिस्तान के खिलाफ न्यूजीलैंड की हार के बाद कुछ चमत्कार हो सकता है, लेकिन पड़ोसी देश की टीम भी भारतीयों के लिए कुछ नहीं कर सकी। पूरे टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहद खराब रहा, और स्टार प्लेयर्स से सजी यह टीम विश्व कप में औंधे मुंह गिरी। आइए जानें उन तीन कारणों के बारे में जिनकी वजह से भारतीय टीम का सपना एक बार फिर टूट गया।
खराब फील्डिंग
टी-20 वर्ल्ड कप 2024 में भारतीय टीम की फील्डिंग भी काफी साधारण रही। न्यूजीलैंड के खिलाफ कई कैच टपकाए गए, और ग्राउंड फील्डिंग भी कमजोर साबित हुई। पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी फील्डिंग की स्थिति कुछ खास नहीं रही। कंगारू टीम के खिलाफ शुरुआत में दबाव बनाने के बावजूद भारतीय टीम अपने खराब फील्डिंग की वजह से उस दबाव को कायम नहीं रख पाई। इसका फायदा ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने भरपूर उठाया।
स्टार बैटर्स रहे फ्लॉप
भारतीय टीम की प्रमुख बल्लेबाजें अपने नाम के अनुरूप प्रदर्शन करने में असफल रहीं। स्मृति मंधाना, जोकि एक प्रमुख बैटर मानी जाती हैं, अहम मैचों में पूरी तरह से खामोश रहीं। न तो उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ और न ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोई खास प्रदर्शन किया। शेफाली वर्मा की भी स्थिति कुछ ऐसी ही रही। जेमिमा रोड्रिग्स पर टीम प्रबंधन और फैंस को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन वह भी अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर सकीं। निचले क्रम में ऋचा घोष भी बल्ले से प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहीं, और इसका खामियाजा टीम को भुगतना पड़ा। हालांकि कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कुछ अच्छी पारियां खेलीं, लेकिन वह अकेले ही टीम की तकदीर नहीं बदल सकीं।
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हरमनप्रीत की कप्तानी में कमी
हरमनप्रीत कौर की कप्तानी भी इस वर्ल्ड कप में संतोषजनक नहीं रही। उन्होंने समय पर गेंदबाजी में बदलाव नहीं किया, जिससे टीम विपक्षी बल्लेबाजों पर दबाव बनाने में असफल रही। इसके अलावा, पूरे टूर्नामेंट में डीआरएस के मामलों में भी हरमन की गलतियों का खामियाजा टीम को भुगतना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महत्वपूर्ण मैच में हरमनप्रीत ने दोनों ही डीआरएस को गलत तरीके से लिया, जिससे टीम की स्थिति और बिगड़ गई। बल्लेबाजी में भी हरमन ने अपनी और जेमिमा रोड्रिग्स की पोजीशन में हर मैच के हिसाब से बदलाव किया, जो कि टीम के लिए नकारात्मक साबित हुआ।
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