कहीं आप भी तो नहीं पी रहे हैं यूरिया वाला दूध? इस तरह करें असली और नकली में पहचान

Health Tips : आजकल दूध में यूरिया मिलाया जा रहा है जिसे इंसान के शरीर पर काफी नकारात्मक प्रभाव हो रहा है। इसकी वजह से फेफड़े खराब हो जाते हैं। तो आईए जानते हैं कैसे करें नकली और असली दूध में पहचान...

Health Tips: दूध पीने के कई फायदे होते हैं यही वजह है कि लोग रोजाना ब्रेकफास्ट में दूध का इस्तेमाल करते हैं. हालांकि दिन प्रतिदिन दूध की कीमत में बढ़ोतरी हो रही है. दूध पीने से दांत हड्डियां मजबूत होती है इसके साथ ही मसल्स मजबूत होते हैं और बीपी कंट्रोल रहता है साथी दिल की बीमारी भी नहीं होती.

लेकिन आज के समय में पूरे दूध मिलना काफी मुश्किल हो गया है. दूध में मिलावट की जा रही है और दूध में यूरिया जैसे खतरनाक चीज मिलाया जा रहा है. नकली दूध पीने से सेहत को कई गंभीर नुकसान हो सकते हैं. देश में खाने-पीने की चीजों की क्वालिटी की जांच करने वाली संस्था भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) नें जानकारी दिया कि कैसे आप असली और नकली दूध में अंतर कर सकते हैं.

दूध में मिलाया जा रहा है यूरिया (Health Tips)

दूध में यूरिया के मिलावट का मतलब है दूध में यूरिया नाम अपना नाइट्रोजन युक्त पदार्थ का मिलन. दूध में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा बताने के लिए किया जाता है और सबसे बड़ी बात है कि इसकी मिलावट इतनी बारीकी से किया जाता है कि इसका पहचान करना मुश्किल हो जाता है.

दूध में क्यों मिलाया जाता है यूरिया

दूध में यूरिया मिलने का मुख्य कारण आर्थिक लाभ है और यूरिया मिलने से दूध कारोबारी दूध में नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ाते हैं. इससे प्रोटीन लेवल बढ़ जाता है. इससे दूध बेचने वाले दूध में पानी मिलाकर दूध बेचते हैं और ज्यादा मुनाफा कमाते हैं. लेकिन दूध की गुणवत्ता काम हो जाती है.

यूरिया से सेहत को होता है यह नुकसान

उल्टी आना :यूरिया पेट के अंदरूनी परत में जलन पैदा करता है जिससे उलटी आने की बीमारी होती है.
दस्त: यूरिया पाचन तंत्र को खराब कर देता है जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है.
किडनी खराब: यूरिया से निकलने वाले बेकार पदार्थ जिसे किडनी खून से छान कर बाहर निकलती है लेकिन अगर इसकी मात्रा ज्यादा हो जाए तो किडनी खराब हो जाएगा.

दूध में इस तरह करें यूरिया की पहचान

एक टेस्ट ट्यूब में एक चम्मच दूध डालें
इसमें आधा चम्मच सोयाबीन या अरहर का दाल डालें
टेस्ट ट्यूब को अच्छी तरह हिला कर मिक्स कर ले और 5 मिनट इंतजार करें.
इसमें एक रेड लिटमस पेपर डालें और आधा मिनट इंतजार करें.
इसके बाद लिटमस पेपर निकालना और अगर दूध शुद्ध है तो लिटमस पेपर का रंग नहीं बदलेगा लेकिन अगर दूध शुद्ध नहीं है तो लिटमस पेपर का रंग नीला हो जाएगा.इससे आप समझ सकते हैं कि दूध में केमिकल मिलाया हुआ है.

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