Safest Place After Nuclear War: अगर हुआ परमाणु युद्ध, तो इन जगहों पर लोग रहेंगे सुरक्षित, जानें भारत पर क्या पड़ेगा असर

Safest Place on Earth After Nuclear War: रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव ने तीसरे विश्व युद्ध और परमाणु हमले की संभावना को बढ़ा दिया है। अगर ऐसा हुआ, तो करीब सात अरब लोग भुखमरी का शिकार हो सकते हैं। हालांकि, दुनिया में कुछ देश ऐसे भी हैं जहां उनकी खास भौगोलिक और पर्यावरणीय खूबियों के कारण लोग सुरक्षित रह सकते हैं।

Safest Place on Earth After Nuclear War: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध थमने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। लगभग तीन सालों से चल रहे इस संघर्ष ने अब तीसरे विश्व युद्ध की आशंका को जन्म दे दिया है। हाल ही में रूस ने इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का इस्तेमाल किया, जो परमाणु हमले का संकेत हो सकता है। अगर ऐसा हुआ, तो पूरी दुनिया को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

भारत पर परमाणु युद्ध का प्रभाव

अगर परमाणु युद्ध छिड़ता है, तो दक्षिण एशिया, विशेष रूप से भारत, पाकिस्तान और चीन, बड़े खतरे में होंगे। ये सभी देश परमाणु शक्ति संपन्न हैं, और इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर विनाश की संभावना है। दूसरा विश्व युद्ध और जापान पर हुए परमाणु हमले के भयानक परिणामों को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि इस बार स्थिति और भी भयावह होगी।

भुखमरी का संकट: विस्फोट से बचने वालों का क्या होगा?

नेचर फूड की एक रिपोर्ट के अनुसार, परमाणु युद्ध न केवल विस्फोट और रेडिएशन से मौत का कारण बनेगा, बल्कि इससे फूड सप्लाई भी गंभीर रूप से बाधित होगी। लगभग 6.7 अरब लोग भुखमरी का शिकार हो सकते हैं। अमेरिका, कनाडा, रूस और यूरोप के कई हिस्सों में अकाल पड़ सकता है।

परमाणु युद्ध के दौरान सुरक्षा के उपाय

एक स्टडी के मुताबिक, परमाणु विस्फोट के दौरान मजबूत कमरे में शरण लेना सबसे सुरक्षित होता है। दरवाजों और खिड़कियों से दूर कोनों में रहना अधिक सुरक्षित माना गया है। इसके अलावा, इमारतों में गहरी जगहें जैसे बेसमेंट, सुरक्षा के लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं।

दुनिया के सबसे सुरक्षित स्थान

परमाणु युद्ध की स्थिति में कुछ स्थानों को अपेक्षाकृत सुरक्षित माना गया है।

1. आइसलैंड: तटस्थ नीति और भौगोलिक स्थिति के कारण

2. न्यूजीलैंड: पहाड़ी भूभाग और सैन्य खतरे से दूर।

3. स्विट्जरलैंड: तटस्थता और मजबूत भूभाग।

4. अंटार्कटिका: रणनीतिक महत्व न होने के कारण।

5. अर्जेंटीना, उरुग्वे और चिली: फसलों और खाद्य सुरक्षा के कारण।

बढ़ता भू-राजनीतिक तनाव

रूस के पूर्व राष्ट्रपति ने चेतावनी दी है कि रूस की नई मिसाइलें मिनटों में यूरोप पर हमला कर सकती हैं। यह बढ़ता तनाव दुनिया को परमाणु युद्ध के करीब ले जा रहा है।

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