Sukanya Samriddhi Yojana: इस स्कीम में हर महीने ₹250 करें निवेश कर जोड़ सकते हैं करोड़ों रुपए , बेटियों की पढ़ाई से लेकर शादी तक की टेंशन होगी खत्म

Sukanya Samriddhi Yojana: सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य बेटियों के भविष्य को सुरक्षित और उज्ज्वल बनाना है। इस योजना में निवेश करते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है

Sukanya Samriddhi Yojana: बेटियों के जन्म से ही माता-पिता को बेटियों के भविष्य की चिंता होने लगती है। माता-पिता बच्चियों की भविष्य के लिए पैसे जोड़ना शुरु कर देते हैं ताकि आने वाले समय में उनके पढ़ाई से लेकर उनके शादी तक का खर्च आसानी से उठाया जा सके। आज हम आपको एक सरकारी स्कीम के बारे में बताएंगे जिसमें निवेश करके आप अपनी बेटियों के भविष्य के लिए अच्छा पैसा जोड़ सकते हैं। आज हम आपको सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में बताएंगे जो भारत सरकार के एक महत्वपूर्ण योजना है

सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य बेटियों के भविष्य को सुरक्षित और उज्ज्वल बनाना है। इस योजना में निवेश करते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है

सुकन्या समृद्धि योजना से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें (Sukanya Samriddhi Yojana)

1. योग्य आयु: सुकन्या समृद्धि योजना के तहत, बेटी की आयु 10 वर्ष से कम होनी चाहिए, जब खाता खोला जाता है।

2.न्यूनतम और अधिकतम जमा: इस योजना में न्यूनतम जमा राशि ₹250 है, जबकि अधिकतम जमा राशि प्रति वर्ष ₹1.5 लाख है।

3. जमा अवधि: खाता खोलने की तारीख से लेकर बेटी की 21 वर्ष की आयु पूरी होने तक या उसके विवाह के बाद तक खाता चलता है।

4. ब्याज दर: सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दर समय-समय पर सरकार द्वारा निर्धारित की जाती है और यह दर अन्य बचत योजनाओं की तुलना में अधिक होती है।

5. आयकर लाभ: इस योजना में जमा राशि पर धारा 80C के तहत आयकर छूट का लाभ मिलता है। साथ ही, अर्जित ब्याज और मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि भी पूरी तरह से कर-मुक्त होती है।

6. आंशिक निकासी: बेटी की शिक्षा या विवाह के लिए खाते में जमा राशि का 50% तक आंशिक निकासी की अनुमति है, बशर्ते बेटी की आयु 18 वर्ष से अधिक हो।

7. खाता संचालन:  खाता माता-पिता या संरक्षक द्वारा खोला और संचालित किया जा सकता है। बेटी के 10 वर्ष की आयु पूरी होने के बाद, खाते का संचालन बेटी द्वारा स्वयं किया जा सकता है।

8. नामांकन सुविधा: खाता खोलते समय नामांकन की सुविधा उपलब्ध है, जिससे खाताधारक की अनुपस्थिति में नामांकित व्यक्ति को राशि का भुगतान किया जा सकता है।

इन बातों का ध्यान रखते हुए, आप सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करके अपनी बेटी के भविष्य को सुरक्षित और उज्ज्वल बना सकते हैं।

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