Chhath Special Trains: दिवाली के बाद अब छठ पर्व के लिए यात्रियों की भारी भीड़ रेलवे स्टेशनों पर उमड़ पड़ी है। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि इस समय लगभग हर 45 मिनट में बिहार और उत्तर प्रदेश के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं।नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हर घंटे करीब 6,000 से अधिक अनारक्षित टिकट बेचे जा रहे हैं, जिससे यात्रियों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की जा रही है।
AI तकनीक से तय हो रही ट्रेनों की संख्या (Chhath Special Trains)
भीड़ नियंत्रण के लिए रेलवे ने इस बार नई तकनीक का सहारा लिया है। स्टेशन पर AI आधारित कैमरे लगाए गए हैं, जो यात्रियों की संख्या को गिनते हैं।
हिमांशु शेखर के मुताबिक, “यदि किसी घंटे में भीड़ बढ़ जाती है, तो उसी क्षेत्र के लिए तुरंत नई अनारक्षित ट्रेनें चलाई जाती हैं।इस कदम से भीड़ नियंत्रण में काफी मदद मिल रही है और यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित की जा रही है।
टिकट बिक्री के आधार पर हो रही प्लानिंग
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, दिवाली के बाद भी यात्रियों की संख्या में कमी नहीं आई है।यात्रियों की बढ़ती मांग को देखते हुए, टिकट बिक्री के आंकड़ों के आधार पर ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है।
ज्यादातर ट्रेनें बिहार के विभिन्न जिलों, वाराणसी और पूर्वी यूपी की ओर रवाना की जा रही हैं।
रिजर्व टिकट को लेकर भारी परेशानी
रेलवे के लाख प्रयासों के बावजूद रिजर्व टिकटों की भारी किल्लत बनी हुई है।सम्पूर्ण क्रांति एक्सप्रेस, पटना राजधानी, मगध एक्सप्रेस, सीमांचल एक्सप्रेस, वैशाली एक्सप्रेस जैसी प्रमुख ट्रेनों में टिकट पूरी तरह से बुक हैं।
कई ट्रेनों में तो वेटिंग लिस्ट भी बंद हो चुकी है और स्थिति “Regret” पर पहुंच गई है।
वंदे भारत और स्पेशल ट्रेनों का हाल
दिल्ली से पटना के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस में भी सीटें पूरी तरह भर चुकी हैं।स्पेशल ट्रेनों की स्थिति भी बेहतर नहीं है — कई ट्रेनों के देरी से चलने के कारण यात्री टिकट लेने से बच रहे हैं।इससे उन यात्रियों को परेशानी हो रही है जो छठ पूजा के लिए समय पर अपने घर पहुंचना चाहते हैं।
भीड़ रोकने के लिए बनाई गई होल्डिंग एरिया व्यवस्था
रेलवे ने पहली बार नई दिल्ली स्टेशन पर स्थायी होल्डिंग एरिया तैयार किया है।यहां 50 से अधिक टिकट काउंटर बनाए गए हैं, साथ ही यात्रियों के बैठने, पानी और मेडिकल सुविधा की व्यवस्था की गई है।इस एरिया में टिकट जांच के बाद यात्रियों को सीधे प्लेटफॉर्म नंबर 16 पर भेजा जाता है, जिससे भीड़ को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
रेलवे की बड़ी चुनौती
रेलवे प्रशासन लगातार दावा कर रहा है कि इस बार छठ पर्व पर किसी को भी परेशानी न हो, इसके लिए AI मॉनिटरिंग, स्पेशल ट्रेनें और क्लोन सर्विस जैसी कई व्यवस्थाएं लागू की गई हैं।फिर भी यात्रियों की बढ़ती भीड़ ने रेलवे के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है।
छठ पर्व के दौरान बिहार और पूर्वी भारत लौटने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने कई स्तर पर तैयारी की है।AI तकनीक से भीड़ पर नजर रखी जा रही है, लेकिन टिकट की भारी मांग और ट्रेनों की सीमित संख्या अभी भी सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है।

