Trump Tariff Cut: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के प्रमुख नेता डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को लेकर एक सकारात्मक संकेत दिया है। ट्रंप ने कहा है कि अगर वे दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं, तो भारत पर लगाए गए टैरिफ (आयात शुल्क) को कम करने की दिशा में काम करेंगे। उनका कहना है कि भारत अमेरिका का एक “मजबूत साझेदार” है और दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और गहरा करने की जरूरत है।
ट्रंप ने एक हालिया इंटरव्यू में कहा (Trump Tariff Cut)
“भारत एक बेहतरीन देश है, हमारे बीच मजबूत संबंध हैं। मैं चाहता हूं कि व्यापार और निवेश के क्षेत्र में दोनों देशों को बराबर का फायदा मिले। हम टैरिफ को तर्कसंगत बनाकर इस दिशा में काम करेंगे।”
ट्रंप के इस बयान के बाद दोनों देशों के बीच व्यापार जगत में नई उम्मीदें जग गई हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह वादा हकीकत में बदलता है, तो भारत के आईटी, फार्मा, टेक्सटाइल और ऑटोमोबाइल सेक्टर को बड़ा लाभ हो सकता है। अमेरिका भारत के लिए सबसे बड़ा निर्यात बाजारों में से एक है, और टैरिफ में कमी से भारतीय उत्पादों की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ेगी।
ट्रंप के पहले कार्यकाल (2017-2020) के दौरान भारत-अमेरिका व्यापार में कुछ विवाद जरूर रहे थे, लेकिन अब उनका यह रुख बदलाव का संकेत देता है। विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान ट्रंप की नई “प्रो-इंडिया” रणनीति का हिस्सा हो सकता है, जिसके ज़रिए वे एशिया में चीन के बढ़ते प्रभाव को संतुलित करना चाहते हैं।
भारत की ओर से अभी तक इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है, लेकिन व्यापार मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, अमेरिका की ऐसी किसी भी पहल का भारत स्वागत करेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप का यह कदम भारत-अमेरिका संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकता है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
आर्थिक विश्लेषक कहते हैं कि टैरिफ में कमी दोनों देशों के लिए “विन-विन स्थिति” होगी, जिससे निवेश, रोजगार और द्विपक्षीय व्यापार में तेजी आ सकती है।
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