Vastu Tips For Roti: भारतीय परंपराओं में रसोई को देवी अन्नपूर्णा का स्थान माना गया है। कहा जाता है कि जिस घर की रसोई में सकारात्मक ऊर्जा रहती है, वहां सुख, समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है। लेकिन कई बार रोटी बनाते समय अनजाने में की गई कुछ गलतियां हमारे जीवन में नकारात्मक प्रभाव डाल देती हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, इन बातों का ध्यान न रखने पर घर में दरिद्रता, कलह और मानसिक तनाव बढ़ सकता है। आइए जानते हैं रोटी बनाते समय किन नियमों का पालन करना जरूरी है।
1. रसोई की दिशा का रखें विशेष ध्यान (Vastu Tips For Roti)
वास्तु के अनुसार, रसोई हमेशा घर के दक्षिण-पूर्व (अग्नि कोण) दिशा में होनी चाहिए। यह दिशा अग्नि देवता की मानी जाती है। अगर रसोई गलत दिशा में है, तो घर के सदस्यों में तनाव और आर्थिक समस्याएं बढ़ सकती हैं।
2. रोटी बनाते समय मन शांत रखें
रोटी बनाते समय मन में गुस्सा या नकारात्मक विचार नहीं आने चाहिए। माना जाता है कि जिस भावना से रोटी बनाई जाती है, वही ऊर्जा भोजन के माध्यम से पूरे परिवार में जाती है। इसलिए हमेशा शुद्ध और शांत मन से भोजन तैयार करें।
3. पहली रोटी गाय के लिए जरूर रखें
हिंदू परंपरा में कहा गया है कि रसोई में बनी पहली रोटी गाय के लिए और आखिरी रोटी कुत्ते के लिए रखनी चाहिए। इससे घर में लक्ष्मी का वास होता है और जीवन में समृद्धि आती है।
4. गैस और पानी एक साथ न रखें
वास्तु शास्त्र कहता है कि रसोई में अग्नि (गैस) और जल (सिंक) का स्थान साथ नहीं होना चाहिए। ऐसा होने पर अग्नि और जल तत्वों का टकराव होता है, जिससे परिवार में झगड़े और अस्थिरता आती है।
5. रसोई हमेशा साफ और सुव्यवस्थित रखें
रसोई गंदी या बिखरी हुई होने से घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है। रोजाना खाना बनाने के बाद रसोई की सफाई अवश्य करें और बासी भोजन कभी न रखें।
रोटी बनाना केवल एक दैनिक कार्य नहीं, बल्कि यह हमारे घर की सकारात्मकता और सुख-समृद्धि से जुड़ा हुआ है। यदि आप वास्तु नियमों का पालन करेंगे तो न केवल आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा, बल्कि जीवन में खुशहाली और शांति भी बनी रहेगी।
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