Google Passkeys: पासवर्ड के ‘पजल’से हैं परेशान तो टेंशन नॉट, पासकी दूर करेगा सारी झिकझिक

Google Passkeys: हर एकाउंट के लिए चाहिए एक अलग पासवर्ड की जरूरत है पर उन्‍हें याद रखना है एक बड़ी चुनौती। पर अब गूगल के 'पासकी' से पासवर्ड याद रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

Google Passkeys:  लोग अक्‍सर ही आनलाइन अकाउंट का पासवर्ड भूल जाते हैं। ऐसे में गूगल का नया पासकी फीचर काफी उपयोगी हो सकता है। यह फीचर पासवर्ड याद रखने की परेशानी से बचा सकता है। गूगल की तरफ से प्रस्‍तुत पासकी आपको फिंगरप्रिंट, फेस स्कैन या स्क्रीन लाक पिन के साथ अपने गूगल अकाउंट में लाग-इन करने में मदद करेगा। अच्‍छी बात यह है कि अब पासकी से सिक्योरिटी और मजबूत हो जाएगी। आज केवल गूगल ही नहीं, बल्कि माइक्रोसाफ्ट और एपल जैसी कंपनियों ने भी पासकी को जारी करना शुरू कर दिया है।

इन हार्डवेयर/साफ्टवेयर की जरूरत

विंडोज-10, मैकओएस वेंचुरा, क्रोम-109, सफारी 16 या एज 109 और इससे ऊपर के वर्जन पर चल रहे लैपटाप/डेस्कटाप पर पासकी का इस्‍तेमाल किया जा सकता है। यदि आप मोबाइल फोन या टैबलेट पर पासकी सेट करना चाह रहे हैं, तो उसके लिए आइओएस 16 या एंड्रायड-9 या फिर इसके बाद वाले वर्जन की जरूरत पड़ेगी। पासकी का उपयोग किसी भी एफआइडीओ-2 प्रोटोकाल का सपोर्ट करने वाली हार्डवेयर सिक्योरिटीज कीज के साथ भी कर सकते हैं। बस इसमें आपको स्क्रीन लाक को इनेबल करना होगा।

यदि आप फोन का उपयोग किसी अन्य डिवाइस जैसे कि लैपटाप में साइन-इन करने के लिए करना चाहते हैं, तो आपको ब्लूटूथ चालू करना होगा। साथ ही यह न भूलें कि यदि स्कूल या फिर नियोक्ता का गूगल वर्कस्पेस अकाउंट का उपयोग कर रहे हैं, तो फिर इन अकाउंट के साथ पासकी सेट नहीं कर पाएंगे।

यह कैसे करता है काम

पासकी को मल्टी-डिवाइस एफआइडीओ क्रेडेंशियल के रूप में जाना जाता है। यह एनक्रिप्शन कीज पेयर का एक हिस्सा है। पब्लिक कीज उस सर्विस के पास होती है जिसे आप एक्सेस करने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि प्राइवेट कीज आपके डिवाइस पर और आपके गूगल अकाउंट में स्टोर होती है।

जब आप पासकी के माध्यम से किसी ब्राउजर या फोन पर अपने गूगल अकाउंट में साइन-इन करते हैं, तो आपको आथेंटिकेशन कोड या पासवर्ड दर्ज करने की जरूरत नहीं पड़ती है, बल्कि आपको केवल उसी तरीके का उपयोग करके खुद को सत्यापित करना होता है, जिसका उपयोग आप अपने फोन को अनलाक करने के लिए करते हैं। यह फिंगरप्रिंट, पिन कोड या फेस स्कैन द्वारा किया जा सकता है। डेस्कटाप ब्राउजर के माध्यम से बनाए गए पासकी का उपयोग मोबाइल एप्लीकेशन या मोबाइल ब्राउजर में किया जा सकता है।

पर कैसे करें सेटअप

पासकी सेटअप करने के लिए अपने गूगल अकाउंट में साइन इन करें या फिर  g.co/passkeys पर जाएं और सामान्य तरीके से अपने गूगल एकाउंट में साइन इन करें। इसके बाद नीचे की तरफ ब्लू रंग में यूज पासकीज बटन दिखाई देगा, जिस पर आपको क्लिक करना है। फिर आपको एक नोटिफिकेशन दिखाई देगा, जिसमें लिखा होगा,  ‘अब आप साइन इन करने के लिए अपने पासकी का उपयोग कर सकते हैं’। इसे टेस्ट करने के लिए गूगल अकाउंट से साइन आउट करें, फिर वापस साइन इन करें।

अपना यूजर नेम दर्ज करने के बाद पासवर्ड दर्ज करने के लिए कोई संकेत नहीं दिखाई देगा, बल्कि आपसे यह कहा जाएगा कि ‘अपने पासकी का उपयोग करें’। अगर किसी अन्य डिवाइस पर पासकी का उपयोग करना चाहते हैं, तो फिर आपको अपने फोन के कैमरे से स्कैन करने के लिए एक क्यूआर कोड दिया जाएगा। पीसी का उपयोग कर रहे हैं, तो फोन को ब्लूटूथ द्वारा डेस्कटाप से कनेक्ट करना होगा, फिर आपसे साइन इन करने के लिए पासकी चुनने के लिए कहा जाएगा। इसके बाद आपको अपना सामान्य अनलाक का तरीका अपनाना होगा और आप तुरंत साइन-इन हो जाएंगे।

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