काले चले को जब मध्यम आंच पर भूना जाता है तो यह बन जाता है कुरकुरा और स्वाद में भी लाजवाब।
इन्हें भूनने से इसके पोषक तत्व बिल्कुल भी प्रभावित नहीं होते हैं। चने को भूनने से इसके पोषक तत्व बढ़ जाते हैं।
यह प्रोटीन, फाइबर, फोलेट, मिनरल्स और फैटी एसिड का एक बड़ा स्रोत है। इसमें फैट की मात्रा कम होती है पर आपको भरा हुआ महसूस कराता है।
नई कोशिकाओं की मरम्मत और निर्माण के लिए प्रोटीन की आवश्यकता होती है, जो बच्चों, किशोरों और गर्भवती महिलाओं में वृद्धि और विकास को बढ़ावा देती है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, फाइबर से भरपूर चीजें खाने से आपका पेट लंबे समय तक भरा रहता है।
भुने चने का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) कम होता है। यानी इसके सेवन से आपके ब्लड शुगर लेवल में अन्य खाद्य पदार्थों की तरह उतार-चढ़ाव नहीं होगा।
चूंकि चने का जीआई लेवल 28 है इसलिए यह शुगर के मरीजों के लिए काफी अच्छा है।
एक अध्ययन के अनुसार भुने हुए चने में मौजूद मैंगनीज और फास्फोरस आपके शरीर को स्वस्थ हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं।
भुना हुआ चना मैंगनीज, फोलेट, फास्फोरस और तांबे का समृद्ध स्रोत है। फास्फोरस रक्त परिसंचरण में सुधार और हमारे दिल को स्वस्थ रखने के लिए जाना जाता है।
कॉपर और मैग्नीशियम सूजन को कम करते हैं और रक्त वाहिकाओं को आराम देते हैं। मैंगनीज ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है।
भुने चने के नियमित सेवन से खून में गंदे कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद मिलती है। गंदे पदार्थ के निर्माण से नसों में ब्लॉकेज होती है। यही दिल के रोग व हार्ट अटैक का कारण है।
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