Fake Apps for Android : सावधान, कहीं आप भी न उलझ जाएं फेक एप्‍स के जाल में!

Fake Apps for Android :  गूगल ने हालिया सिक्योरिटी रिपोर्ट में दावा किया है कि उसने यूजर सुरक्षा और निजता के लिए खतरा बन रहे लाखों एप्स बैन कर दिए हैं।

Fake Apps for Android : एंड्रायड दुनिया का सबसे लोकप्रिय आपरेटिंग सिस्टम है। इसका प्रयोग व्‍यापक है। विस्‍तार ज्‍यादा है। पर जब यूजर की सुरक्षा और यूजर की निजता की आती है, तो यह एक भयानक खतरे के रूप में भी नजर आ रहा है। यही वजह है कि इन एप के जरिये होने वाली धोखाधड़ी के सवालों पर गूगल हर दिन एक नई चुनौती का सामना कर रहा है।

यूजर रहे सुरक्षित 

इन दिनों गलत नीयत से तैयार एप्स को प्रतिबंधित करने की मांग लगातार होती रही है। इसी क्रम में में केंद्र सरकार ने 14 ऐसे मैसेजिंग एप को बैन कर दिया है। इन ऐप्‍स का प्रयोग जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों के लिए किया जा रहा था। खास बात है कि ये एप्स गूगल प्ले स्टोर और एपल एप स्टोर पर उपलब्ध थे, जिनके डाउनलोड भी लाखों में थे। इससे पहले गूगल ने अपनी वार्षिक प्ले प्रोटेक्ट रिपोर्ट में 14 लाख से अधिक एप को प्रतिबंधित करने का दावा किया था।

मालवेयर से यूजर की सुरक्षा

गूगल प्ले प्रोटेक्ट की हालिया रिपोर्ट में दावा किय गया है कि दुनियाभर में प्रतिदिन करोड़ों डिवाइस में बड़ी संख्या में इंस्टाल किये जाने वाले एप्स गूगल प्ले प्रोटेक्ट के जरिये स्कैन किए जाते हैं, ताकि एंड्रायड डिवाइसेज को मालवेयर और अवांछित साफ्टवेयर के खतरों से बचाया जा सके। बता दें कि गूगल प्ले प्रोटेक्ट (Google play protect) ऐसा सिस्टम है, जिससे दुर्भावना से तैयार एंड्रायड एप्स (Android apps) और डिवाइस के जोखिमों की लगातार जांच की जाती है। जब आप किसी एप को गूगल प्ले स्टोर (Google play store) से डाउनलोड करते हैं, तो उससे पहले यह सेफ्टी चेक करता है। हानिकारक एप से यूजर को यह ना केवल आगाह करता है, बल्कि यूजर की डिवाइस से उसे डिएक्टिवेट कर या हटा भी सकता है।

ऐसे सुरक्षित रखें अपने एप्स और डाटा

गूगल प्ले प्रोटेक्ट की मदद से अपने एप्स और डिवाइस को मालवेयर के खतरों से बचा सकते हैं-

डिवाइस सर्टिफिकेशन वेरिफाइ करें : इसके लिए गूगल प्ले स्टोर एप को ओपेन करें। ऊपर दाईं ओर प्रोफाइल आइकन पर टैप करें। इसके बाद सेटिंग में अबाउट सेक्शन में जाकर चेक करें कि आपकी डिवाइस प्ले प्रोटेक्ट सर्टिफाइ है या नहीं।
गूगल प्ले प्रोटेक्ट टर्न आन करें : डिफाल्ट तौर पर यह टर्न-आन होता है, लेकिन इसे आप आफ भी कर सकते हैं। सुरक्षा के नजरिये से इसे आन ही रखें। इसके लिए प्ले स्टोर एप में प्रोफाइल आइकन पर जाकर प्ले प्रोटेक्ट पर टैप करें, सेटिंग में स्कैन एप्स विद प्ले प्रोटेक्ट को टर्न आन करें।
अवांछित एप गूगल को भेजें : अगर आपने अज्ञात स्रोत से किसी एप को डाउनलोड कर लिया है, तो गूगल प्ले प्रोटेक्ट आपसे अज्ञात एप को गूगल को भेजने के लिए पूछ सकता है। सेटिंग में जाकर इसे आप इसे आटोमैटिक भी कर सकते हैं। इसके लिए गूगल प्ले स्टोर के प्रोफाइल आइकन पर टैप करें, फिर प्रोफाइल प्रोटेक्ट की सेटिंग में जाएं, यहां इंप्रूव हार्मफुल एप डिटेक्शन (Improve harmful app detection) को आन कर दें।

पर कैसे बचेंगे मालवेयर से

  • कोई भी एप हमेशा आधिकारिक स्रोत से ही डाउनलोड करें।-डाउनलोड करने से पहले एप के रिव्यू जरूर पढ़ें।
  • फ्री एंटीवायरस के ट्रायल से बचें, क्योंकि उसमें मालवेयर भी हो सकता है।
  • सिक्योरिटी साफ्टवेयर को इंस्टाल और अपडेट करें।
  • ई-मेल और टेक्स्ट मैसेज में किसी लिंक पर क्लिक करने से बचें।
  • सार्वजनिक स्थानों पर ब्लू-टूथ कनेक्टिविटी को डिसेबल करके रखें।
  • एंटी-मालवेयर साफ्टवेयर का इस्तेमाल करें।

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