Business News Today : हाल ही में अड़ानी ग्रूप्स पर हिंडनबर्ग के लगाए गए आरोपों के कारण अड़ानी ग्रूप्स के कुछ शेयर्स काफी हद तक कम हो गए हैं। ऐसे में मौका देख कर इनको खरीदना काफी फायदे का सौदा साबित हो सकता हैं। अड़ानी टोटल गैस के शेयर काफी तेजी से गिरते नजर आए थे। देखते ही देखते अब अड़ानी टोटल गैस के बाद अड़ानी ट्रैन्स्मिशन के शेयर दूसरे नम्बर पर गिरावट में आ गए हैं। गौतम को शेयर गिरने से नुकसान तो होगा ही लेकिन अगर आप शेयर खरीदना चाहते हैं तो आपके लिए हैं काफी मजे का सौदा।
शेयर्स में कितनी गिरावट देखने को मिली ?
गौतम अड़ानी, अड़ानी ग्रूप्स के मलिक और भारत के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं। इनके शेयर पहले से ही काफी ऊंचाइयों पर रहते हैं। लेकिन हिंडनबर्ग के लगाए आरोपों के कारण उनके शेयर में गिरावट देखने को मिली। बात करे अड़ानी ट्रैन्स्मिशन लिमिटेड की तो वह अपने 52 हफ्ते के हाई से अभी लगभग 3461 रुपए सस्ता हैं। अड़ानी ट्रैन्स्मिशन का 52 हफ्ते का हाई प्राइस 4236.75 रुपए हैं जो अभी 3461 रुपए से सस्ते नजर आ रहे हैं।
इस शेयर कब से आ रही हैं भारी गिरावट?
हिंडनबर्ग द्वारा भेजी गयी 24 जनवरी की रिपोर्ट के बाद से इस शेयर में कोई बढ़त नहीं हुई हैं लेकिन पिछले 4-5 दिनों से ये शेयर लगातार गिरता जा रहा हैं। पिछले पाँच दिनों से जिस तरह की गिरावट इसमें देखने को मिली हैं शायद ही आज तक कभी दिखी होगी। पिछले पाँच दिनों में इसमें लगभग 14 फिसदी की गिरावट आयी हैं। यह पिछले पाँच दिनों में गिरकर 750.50 रुपए हो गया हैं।
क्या हैं अड़ानी ट्रैन्स्मिशन की स्ट्रेंथ और कमजोरी?
इस कम्पनी की सबसे बड़ी ताकत यह हैं कि हर दो साल में इसकी बुक वैल्यू में शेयर बधिया हो जाते हैं। ये एक ऐसी कम्पनी हैं जिसका प्रमोटर प्लेज काफी कम हैं। प्रमोटर प्लेज से मतलब हैं जब प्रमोटर प्लेज अपने शेयर गिरवी रखते हैं। जितना प्रमोटर प्लेज कम होगा कम्पनी के लिए उतना ही अच्छा होता हैं।
अड़ानी ट्रैन्स्मिशन की सबसे बड़ी कमजोरी तो साफ यह नजर आ रही हैं कि इसके शेयर कुल 52 हफ्ते से इतने ऊंचे स्तर से गिर रहे हैं। इस कम्पनी के डैब काफी ज्यादा हैं। जितना ज्यादा कम्पनी के नाम डैब होता हैं उतना ही कम्पनी के लिए नुक्सानदय होता हैं।
क्या था हिंडनबर्ग मामला?
हिंडनबर्ग ने जनवरी में एक रिपोर्ट सबके सामने रख दी थी जिसमें उसने गौतम अड़ानी पर शेयर की वैल्यू घटा-बढ़ने और धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। इस आरोप के कारण अड़ानी ग्रूप्स के काफ़ी हद तक शेयर कम हो गए और उनको भारी नुक्सान हुआ। इसी आरोप के चलते अड़ानी के हाथों से उनकी दो कम्पनियां भी निकल गयी।
(यह खबर विधान न्यूज में इंटर्न कर रहीं कशिश नागर ने तैयार की है)
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