G7 Summit 2023: G7 शिखर सम्मेलन में लगातार चौथी बार पहुंचे मोदी, जाने क्या है G7 शिखर सम्मेलन

G7 Summit 2023: जापान के हिरोशिमा में शुक्रवार को शुरू हो चुका है। G7 शिखर सम्मेलन जहां आयोजित किया गया है वो जापान का वही शहर है जहां 1945 में परमाणु बम गिराया गया था। G7 सम्मेलन में यह लगातार चौथी बार है जब प्रधानमंत्री मोदी को यहां बतौर गेस्ट आमंत्रित किया गया है। इससे पहले 2019 में फ्रांस, 2021 में यूके और 2022 में जर्मनी ने प्रधानमंत्री मोदी को G7 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया था। 2020 में G7 शिखर सम्मेलन अमेरिका में आयोजित किया गया था लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इसे रद्द कर दिया गया। G7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की , फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों के साथ जर्मनी के चांसलर ओलाफा शोल्ज से मुलाकात कर विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की।

क्या है G7 समूह, कब हुई इसकी शुरुआत?

दरअसल G7 दुनिया के 7 सबसे शक्तिशाली लोकतंत्र का समूह है जिसमें जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, जर्मनी और फ्रांस के साथ-साथ इटली भी शामिल है। इसकी पहली बैठक 1975 में हुई थी उस वक्त यह कुल 6 देशों का समूह था, बाद में इसे 7 देशों का समूह बना दिया गया। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की रिपोर्ट के अनुसार 1990 में दुनिया की कुल जीडीपी का आधे से अधिक हिस्सा G7 समूह के पास था किंतु अब बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार जी 7 देशों के पास दुनिया के कुल जीडीपी का सिर्फ 30 फ़ीसदी हिस्सा रह गया है।
हालांकि पहले G7 शिखर सम्मेलन में गैर सदस्य देशों को बुलाने की अनुमति नहीं थी लेकिन 2003 में इसे बदल दी गई। जिसके बाद उस समय के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई ने फ्रांस में G7 शिखर सम्मेलन में भाग लिया था। यह अब तक 10वीं बार है जब भारत ने G7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया है।

भारत के साथ अन्य देशों के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया

इस बार G7 शिखर सम्मेलन की मेज़बानी जापान कर रहा है। जापान के मौजूदा प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा द्वारा G7 शिखर सम्मेलन में भारत के साथ-साथ दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, वियतनाम, इंडोनेशिया, कोमोरोस और कुक आइलैंड को भी आमंत्रित किया गया है। इस बार के G7 शिखर सम्मेलन का मुख्य मुद्दा रूस है। यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के कारण G7 देश रूस पर और अधिक प्रतिबंध लगाने की तैयारी में है। हालांकि अब तक भारत ने इस विवाद से दूरी बना रखी है और रूस के साथ बाकी देशों के साथ अपनी दोस्ती कायम रखी है।

(यह ख़बर विधान न्यूज चैनल के साथ इंटर्नशिप कर रहे गौरव श्रीवास्तव द्वारा तैयार की गई है)

तमाम खबरों के लिए हमें Facebook पर लाइक करेंTwitter , Kooapp और YouTube  पर फॉलो करें। Vidhan News पर विस्तार से पढ़ें ताजा-तरीन खबरें

- Advertisement -

Related articles

Share article

- Advertisement -

Latest articles