Touching Feet Benefits: हिंदू धर्म में अपने से बढ़ो के आदर के लिए हमेशा से चरण स्पर्श करने की परंपरा चलती आ रही है। हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार अपने से बड़ों के चाहे वह दुश्मन ही क्यों ना हो चरण स्पर्श करने से विद्या, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। आज भी घर में माता-पिता अपने बच्चों को अपने से बड़ों का पैर छूकर आशीर्वाद लेने की सलाह देते हैं। पुराना काल के दौरान जब पूरे विश्व में संक्रमण का खतरा बढ़ रहा था तब दुनिया भर में भारतीय शैली के नमस्कार करने की विधि को अपनाया था। चरण छूकर प्रणाम करना धार्मिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक दृष्टि से भी बहुत लाभकारी माना जाता है। तो आइए जानते हैं चरण स्पर्श के धार्मिक और वैज्ञानिक दृष्टि से लाभ:

• किसी भी व्यक्ति के चरण स्पर्श का अर्थ होता है संपूर्ण श्रद्धा भाव से उसके आगे नतमस्तक होना। इससे मनुष्य के अंदर विनम्रता आती है तथा मन को भी शांति मिलती है।
• जब हम किसी व्यक्ति के चरण छूते हैं तो उसका हाथ हमारे सिर के ऊपरी भाग और हमारा हाथ उसके चरण को स्पर्श करता है। ऐसा करने से उस व्यक्ति की पॉजिटिव एनर्जी आशीर्वाद के रूप में हमारे शरीर में प्रवेश करती है, जिससे हमारा मानसिक तथा आध्यात्मिक विकास होता है।

• इसके वैज्ञानिक पक्ष की बात करें तो न्यूटन के नियम के अनुसार सभी चीजें गुरुत्वाकर्षण के नियम से बंधी है। गुरुत्व भार सदैव आकर्षित करने वाले की तरफ से आता है और यही नियम हमारे शरीर पर भी लागू होता है। हमारे सिर को उत्तरी ध्रुव और पैरों को दक्षिणी ध्रुव माना जाता है जिसका मतलब ऊर्जा हमेशा उत्तरी से दक्षिणी ध्रुव की ओर जाकर अपना एक चक्र पूरा करता है। जब हम किसी के पैरों को स्पर्श करते हैं और वह हमारे सिर पर हाथ खेलता है तो सकारात्मक ऊर्जा हमारे सिर यानी उत्तरी ध्रुव से होकर पैर यानि दक्षिणी ग्रुप की ओर जाती है।
• हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार चरण स्पर्श करने से कमर के ऊपरी भाग में रक्त का संचार ठीक होता है जिससे कमर और पीठ दर्द परेशानी दूर की जा सकती है।
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• ज्योतिष के अनुसार बड़ों के पैर छूने से नवग्रहों के दोष भी दूर होते हैं। पिता के पैर छूने से सूर्य, दादी, नानी, चाची, मौसी, सास आदि के पैर छूने से चंद्र, अपने बड़े भाई के पैर स्पर्श करने से मंगल, बहन और बुआ के पैर स्पर्श करने से बुध, गुरु, ब्राह्मण, संत के पैर स्पर्श करने से बृहस्पति, बुजुर्गों के पैर छूने से केतु तथा भाभी के पैर छूने से शुक्र ग्रह मजबूत होते हैं और इनसे संबंधित दोष का नाश होता है।
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• साष्टांग प्रणाम करने से शरीर के सारे जोड़ थोड़ी देर के लिए सीधे तन जाते हैं और इससे शरीर का स्ट्रेस दूर होता है। साथ ही सिर झुकने से सिर का रक्त प्रवाह व्यवस्थित हो जाता है, जो हमारे आंखों के साथ-साथ पूरे शरीर के लिए लाभदायक होता है।

• मनोवैज्ञानिक दृष्टि से जब हम किसी लक्ष्य की प्राप्ति को मन में रखकर बड़ों के चरण स्पर्श करते हैं तो हमें उस लक्ष्य को पाने का बल मिलता है।
• चरण स्पर्श करना भारतीय संस्कृति में सभ्यता तथा सदाचार का प्रतीक माना जाता है।
(यह ख़बर विधान न्यूज के साथ इंटर्नशिप कर रहे गौरव श्रीवास्तव द्वारा तैयार की गई है)
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