Meera Road Murder Case: 4 जून को मुंबई के मीरा रोड मीरा रोड पूर्व में गीता आकाशदीप बिल्डिंग की सातवीं मंजिल पर कुछ ऐसा हुआ जिससे पूरी इंसानियत की रुह कांप उठी।दरअसल यहां 3 साल से लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे मनोज साने(56) ने अपने ही लिव-इन पार्टनर सरस्वती वैद्य (36) का खून कर उसके लाश के टुकड़े कर उन्हें कुकर में उबाल दिया। जब पुलिस को इस घटना की खबर मिली तो तुरंत पुलिस हरकत में आ गई।

मनोज के फ्लैट का नजारा देखकर दंग रह गई पुलिस:
जब मनोज के पड़ोसियों द्वारा पुलिस को उसके फ्लैट में कुछ गलत होने की सूचना मिली तो फौरन पुलिस उसके फ्लैट की तलाशी के लिए पहुंच गई। पुलिस ने कई बार दरवाजा खुलवाने की कोशिश की पर जब अंदर से कोई जवाब ना आया तो पुलिस दरवाजे को तोड़कर अंदर दाखिल। पुलिस को मनोज के बेडरूम से एक प्लास्टिक बैग और खून से सनी आ रही मिली। वही जब पुलिस रसोई घर में पहुंची तो वहां का नजारा देखकर दंग रह गई। रसोई में एक प्रेशर कुकर था और कुछ बर्तनों में उबला हुआ इंसानी मांस रखा था, साथ ही कुछ अजली हड्डियां और मांस सिंक, बाल्टी और टब में रखा था। किचन के फर्श पर किसी महिला के बाल पड़े थे।
कैसे हुआ पड़ोसियों को मनोज पर शक:
मनोज के पड़ोसियों ने बताया कि उन्हें फ्लैट से कुछ चूहे के मरने जैसी दुर्गंध आ रही थी जिसके बाद जब उन्होंने मनोज से पूछा तो वह घबरा गया। मनोज कई दिनों से आवारा कुत्तों को कुछ खिला रहा था जबकि पहले उसको लोगों ने कभी ऐसा करते नहीं देखा था। एक दिन जब मनोज अपने फ्लैट से एक काला बोरा लेकर निकला और उसने पड़ोसियों से कहा कि वो रात 10:30 बजे तक लौटेगा तब पड़ोसियों का शक और भी बढ़ गया और उन्होंने पुलिस को इस बात की सूचना दी।

मनोज द्वारा पुलिस को गुमराह करने की कोशिश:
पुलिस से पूछताछ में मनोज साने ने कई बार अपना बयान बदला है। मनोज ने बताया कि उसने सरस्वती की हत्या नहीं की बल्कि सरस्वती ने खुद 3 जून को जहर खाकर सुसाइड कर लिया था जिसके बाद उसने डर कर शव को ठिकाने लगाने की कोशिश की। उसने बताया कि जब वह घर पहुंचा तो सरस्वती जमीन पर पड़ी थी और उसके मुंह से झाग निकल रहा था जब उसने ध्यान से देखा तो पता चला कि सरस्वती की मौत हो चुकी थी।
16 जून तक पुलिस की हिरासत में मनोज:
फिलहाल मनोज सानी के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 201(सबूतों को नष्ट करना) के तहत केस दर्ज किया गया है। कोर्ट ने मनोज को 16 जून तक पुलिस की हिरासत में रखने का फैसला किया है। हालांकि अभी तक इस घटना के पीछे के मकसद का पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने सरस्वती के बॉडी पार्ट्स को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है, साथ ही पुलिस ने इस मामले में अब तक 20 लोगों के बयान भी दर्ज किए हैं।
(यह ख़बर विधान न्यूज के साथ इंटर्नशिप कर रहे गौरव श्रीवास्तव द्वारा तैयार की गई है)
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