World UFO Day 2023: क्या है? ‘विश्व यूएफओ दिवस’, जानें इतिहास और इस दिन से जुड़े कुछ अनसुलझे रहस्य

World UFO Day 2023: हर साल दो जुलाई को विश्व यूएफओ दिवस के तौर पर मनाया जाता है, चलिए बताते है आपको इस दिन का इतिहास और महत्व

World UFO Day 2023: हर साल दो जुलाई को विश्व यूएफओ दिवस के तौर पर मनाया जाता है, यूएफओ का मतलब होता है ‘अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट’, चलिए बताते है आपको इस दिन का इतिहास कि आखिर क्यों मनाया जाता है यूएफओ दिवस, क्या एलियन का है अस्तित्व सच में है, तो चलिए जानिए इसके बारे में सबकुछ…

World UFO Day 2023: हर वर्ष 2 जुलाई को मनात हैं

हर वर्ष 2 जुलाई को विश्व यूएफओ दिवस मनाया जाता है। अनदेखी (अज्ञात) उड़ने वाली चीजों के बारे में सच्चाई को जानना इस दिन का उद्देश्य है, बता दें कि वर्ल्ड यूएफओ डे पहली बार 2001 में यूएफओ के शोधकर्ता हकतन अकडोगन द्वारा मनाया गया था। इस दिन, लोग एक साथ इकट्ठा होते हैं और आकाश और कुछ हट कर तलाश करते हैं

पहले 24 जून को मनाते थे इस दिन को

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले, यह दिन 24 जून को कुछ लोगों द्वारा मनाया जाता था क्योंकि एविएटर केनेथ अर्नोल्ड के अनुसार, इस दिन 1990 के दशक की शुरुआत में नौ कुछ एबनोरमल चीजों को वाशिंगटन के ऊपर उड़ान भरी थी। पर बाद में, 2 जुलाई को विश्व यूएफओ दिवस के रूप में घोषणा कर दी गई थी।

World UFO Day 2023: कुछ अनसुलझे रहस्य

रोसवेल-(1947)

यूएफओ के सबसे बड़े अनसुलझे रहस्यों में से एक है रोसवेल रहस्य। विलियम रोसवेल ने 1947 में न्यू मैक्सिको में अपने एक चरागाह में रहस्यमय मलबे की खोज की। जब इसकी खबर मिली, तो सेना को बुलाया गया, लेकिन अधिकारियों ने उसके बाद कुछ भी कहने से मना कर दिया।

रेंडलेशम वन, 1980

वुडब्रिज और बेंटवाटर्स में तैनात अमेरिकी वायु सेना के अधिकारियों ने लंदन से लगभग 100 मील उत्तर पूर्व में रेंडलेशम वन के ऊपर एक अजीब रंगीन रोशनी देखने की सूचना दी। ऐसा कहा गया था कि एक आदमी जंगल में घुस गया और उसने दावा किया कि उसने एक तरह का अंतरिक्ष यान को देखा गया था और फिर वहां अगले दिन वहां के लोगों ने पेड़ों के पास होने वाले नुकसान की भी बात कही थी। लेकिन ब्रिटेन की तरफ से इसको नकार दिया गया था।

भारत (2007)

कोलकाता में, कुछ समाचारों के अनुसार, 3:30 बजे से 6:30 बजे के बीच एक अजीब हिलने वाली वस्तु की पहचान की गई और इसे एक कैमरे पर फिल्माया गया। वस्तु का आकार एक गोले से एक त्रिभुज में बदल गया और आगे एक सीधी रेखा में बदल गया।

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