Sawan 2023 Vastu Tips: सावन का महीना 4 जुलाई से प्रारंभ हो चुका है। इस पावन महीने में महादेव की आराधना का विशेष महत्व माना जाता है। इस महीने में भगवान शिव की पूजा करने से व्यक्ति को बल, बुद्धि, विद्या समेत अनेक चीजों की प्राप्ति होती है। इस पावन महीने में भोलेनाथ कि मन से भक्ति करने वाले लोगों के जीवन में आने वाली परेशानियों का भोलेनाथ नाश कर देते हैं। लेकिन इस महीने भोलेनाथ की भक्ति के साथ-साथ कुछ वास्तु शास्त्र के नियमों का भी ख्याल रखना चाहिए, जिनका पालन करने से जातक को विशेष लाभ की प्राप्ति होती है। तो आइए जानते हैं सावन महीने में भोलेनाथ की पूजा से जुड़े कुछ वास्तु के नियम।

इसी दिशा में रखनी चाहिए महादेव की प्रतिमा
महादेव का निवास स्थान कैलाश माना जाता है जो कि उत्तर दिशा में है। शास्त्रों के अनुसार जिस दिशा में भोलेनाथ निवास करते हैं उसी दिशा में उनकी प्रतिमा भी लगानी चाहिए। इसलिए घर में भोलेनाथ शिव प्रतिमा को उत्तर दिशा में ही स्थापित करें।
साफ-सफाई का रखें विशेष ध्यान
शास्त्रों के अनुसार सिर्फ सावन मास में ही नहीं बल्कि हर महीने में सभी देवी-देवताओं की उपासना करते समय, वहां साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। घर के मंदिर में स्थापित देवी देवताओं की प्रतिमा हो को भी समय-समय पर साफ करते रहना चाहिए। गंदगी से भगवान रुष्ट हो जाते हैं जिसका जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

महादेव के साथ पूरे परिवार का चित्र लगाएं
जब कभी भी घर में भगवान शिव की तस्वीर स्थापित करें, तब इस बात का ध्यान रखें कि चित्र उनके समस्त परिवार का यानी चित्र में माता पार्वती, भगवान गणेश और कार्तिकेय भी उपस्थित हो। ऐसा करने से भगवान शिव अति प्रसन्न होते हैं और जातक को विशेष फल मिलता है।
भूलकर भी न लगाएं महादेव की ऐसी प्रतिमा
महादेव की प्रतिमा स्थापित करते समय इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए की उनकी तस्वीर क्रोध मुद्रा में न हो। भगवान शिव अपने शील स्वभाव में ही अच्छे लगते हैं। उनकी क्रोध मुद्रा में प्रतिमा लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ सकता है और जातक को भोलेनाथ के क्रोध का भी सामना करना पड़ सकता है।
(यह ख़बर विधान न्यूज के साथ इंटर्नशिप कर रहे गौरव श्रीवास्तव द्वारा तैयार की गई है।)
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