Budhwar Mantra: इन 7 मंत्रों से होगा आर्थिक परेशानियों का नाश, कर्ज से मुक्ति के लिए बुधवार को करें इन मंत्रों का जाप

Budhwar Mantra: बुधवार के दिन श्री गणेश और भगवान बुद्ध की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। इस दिन श्री राधा-कृष्ण की भी पूजा-अर्चना की जाती है। बुधवार के दिन लोग आर्थिक संकट से बचने के लिए तरह-तरह के उपायों को करते हैं। इस दिन अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए साधक व्रत भी रखते हैं। बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा अर्चना करने से व्यक्ति के जीवन में व्याप्त सभी परेशानियां दूर हो जाते हैं। अगर आप भी आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो आपको बुधवार के दिन श्री गणेश की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए। कर्ज से मुक्ति पाने के लिए बुधवार के दिन पूजा के साथ-साथ इन 7 मंत्रों का जाप करने से कर्ज संबंधी समस्या दूर हो जाती है। तो आइए जानते हैं इन मंत्रों को…

 

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Budhwar Mantra
Budhwar Mantra

इन 7 मंत्रों का करे‌ जाप
1. ओम गन्धद्वारां दुराधर्षां नित्यपुष्टां करीषिणीम् l
ईश्वरीं सर्वभूतानां तामिहोपह्रये श्रियम् ll

2. ओम आं ह्रीं क्रौं श्रीं श्रियै नमः l
ममालक्ष्मीं नाशय ममृणोत्तीर्णं कुरु कुरु संपदं वर्धय स्वाहा।।

3. ओम चंद्रां प्रभासाम् यशसा ज्वलन्तीं श्रियं लोके देवजुष्टामुदाराम् ।
ताम् पदिनेमीं शरणमहं प्रपघेलक्ष्मीर्मे नश्यतां त्वां वृणोमि ll

4. ओम आदित्यवर्णे तपसोधिजातो वनस्पतिस्तव वृक्षोSथ विल्व:
तस्य फलानि तपसा नुदन्तु या अतंरा याश्य ब्राह्मा अलक्ष्मी: ll

5. ओम कर्दमेन प्रजा भूता मयि संभव कर्दम l
श्रियं वासय में कुले मातरं पद्मालिनीम्।।

6. ओम आर्द्रा पुष्करिणीं पुष्टिं पिंगला पद्ममालिनीम्।
चन्द्रां हिरण्मयी लक्ष्मीं जातवेदो मम आवह।।

 

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7. ओम तां मSआ वह जातवेदों लक्ष्मीमनगामिनीम् l
यस्यां हिरण्यं विन्देयं गामवश्वं पुरुषानहम् ll

अश्वपूर्वां रथमध्यां हस्तिनाद प्रमोदिनीम् l
श्रियं देवीमुप ह्रये श्रीर्मा देवी जुषताम् ll

ओम उपैतु मां देवसख: कीर्तिश्च मणिना सह।
प्रादुर्भूतोSस्मिराष्ट्रेस्मिन् कीर्त्तिमृद्धिं ददातु मे।।

ओम क्षुत्पिपासमलां ज्येष्ठामलक्ष्मी नाशयाम्यहम् l
अभूतिम समृद्धिम् च सर्वां निणुर्द में गृहात् ll

ओम मनस: काममाकूतिम् वाच: सत्यमशीमहि l
पशूनां रूपमन्नस्य मयि: श्री: श्रयतां दश: ll

ओम आप:सृजंतु स्निग्धानि चिक्लीत वस मे गृहे।
निच देवीं मातरं श्रियम् वासय में कुले।।

ओम आर्दा य: करिणीं यष्टिं सुवर्णां हेममालिनीम्।
सूर्यां हिरण्मयीं लक्ष्मी जातवेदो म आवह ll

ओम अत्रेरात्मप्रदानेन यो मुक्तो भगवान् ऋणात् l
दत्तात्रेयं तमीशानं नमामि ऋणमुक्तये ll

डिस्क्लेमर: इस ख़बर में निहित किसी भी जानकारी, सूचना अथवा गणना के विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। यह विभिन्न माध्यमों, ज्योतिष, पंचांग, मान्यताओं के आधार पर संग्रहित कर तैयार की गई है।

( यह ख़बर विधान न्यूज के साथ इंटर्नशिप कर रहे गौरव श्रीवास्तव द्वारा तैयार की गई है।)

 

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