Indian Currency : नोट बनाने के लिए कागज का नहीं बल्कि कपास का प्रयोग किया जाता है।इसके पीछे का कारण है कागज का हल्का होना। हममें से अधिकतर लोगों को यही लगता है कि नोट कागज से बनाए जाते हैं।लेकिन आपको बता दें कि ऐसा बिल्कुल नहीं है।सच्चाई तो यह है कि नोट बनाने में कागज का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
Indian currency : आइए जानते हैं कि नोट बनाने में किस चीज का इस्तेमाल किया जाता है:
कपास का बना होता है नोट
नोट यानी की कागजी रुपया बनाने के लिए कागज का नहीं बल्कि कपास का प्रयोग किया जाता है।इसके पीछे का कारण है कागज का हल्का होना।आपको बता दें कि कागज का उपयोग करने से नोट लंबे समय तक नहीं चलेंगे और जल्दी से ही फट जाएंगे।वहीं कपास से बने नोट बिना फटे लंबे वक्त तक चल पाते हैं।इस कारण नोट बनाने में 99.9 प्रतिशत कपास का ही इस्तमाल किया जाता है।
कागज से ज्यादा कपास होते हैं मजबूत:
आपको बता दें कि भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में कई अन्य देशों में भी नोट बनाने के लिए कपास का ही प्रयोग किया जाता है।कागज के नोट की तुलना में कपास के नोट ज्यादा मजबूत होते हैं।कपास के रेशे में लेनिन नाम का एक फाइबर होता है।जिसके चलते नोट सालों तक फटते या फिर गलते नहीं है।इसके अलावा नोट बनाने में कपास के साथ आदेसिवेस सॉल्यूशन तथा गेटलिन का प्रयोग किया जाता है, जिसकी वजह से कारण नोटों की उम्र बढ़ हो जाती है।
किसे है नोट छापने का अधिकार:
भारत में नोट छापने का अधिकार सिर्फ भारतीय रिजर्व बैंक यानी कि आरबीआई को ही है।₹1 को छोड़कर सभी नोट आरबीआई द्वारा ही छापा जाता है।जबकि ₹1 का नोट भारत सरकार द्वारा छापा जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 10,000 से बड़े नोट छापने के लिए आरबीआई को सरकार से इजाजत लेनी पड़ती है।
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