Rajyog Ke Sanket: मनुष्य के शरीर पर ये चिन्ह देते हैं राजयोग का संकेत

Rajyog Ke Sanket: हिंदू धर्म में ज्योतिष शास्त्र भविष्य जानने का सबसे सफल तरीका माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मनुष्य की कुंडली में सभी ग्रहों का एक निर्धारित समय पूरा होने के बाद राशि परिवर्तन होता है जिससे राजयोग का निर्माण होता है। ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे चिन्हों का भी जिक्र है, जो किसी व्यक्ति के शरीर पर राजयोग का संकेत देते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं, व्यक्ति के शरीर पर मौजूद कौन से निशानों से कुंडली में राजयोग का सहयोग बनता है?

 

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Rajyog Ke Sanket
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कैसे होता है राजयोग का निर्माण
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब किसी व्यक्ति की कुंडली के नौवें और दसवीं भाव में शुभ ग्रह बैठे हो तो कुंडली में राज्यों का निर्माण होता है। इस योग के होने से व्यक्ति राजा के समान जीवन जीता है। ऋग्वेद के अनुसार, जिन जातकों की कुंडली में बुध और चंद्रमा भी शुभ स्थिति में होते हैं, वहां भी राजयोग बनता है ऐसे व्यक्ति राजनीति में ज्यादा सफल माने जाते हैं।

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पैरों के निशान
समुद्र शास्त्र के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति के पैर के तलवे में चक्र, कुंदन का निशान हो तो ऐसे व्यक्ति नेता या शासन बनते हैं। यह लोग इस क्षेत्र में सत्ता की शिखर तक पहुंचते हैं।

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हाथों के निशान
किसी भी व्यक्ति के हाथों या पैरों में मछली, तालाब या वीणा जैसा निशान राज्यों का संकेत देता है। ऐसे व्यक्ति जीवन में सुख-समृद्धि हासिल करते हैं। साथ ही ऐसे लोगों को जीवन में मान सम्मान भी प्राप्त होता है।

 

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पैरों में तिल
शरीर के कई हिस्सों पर तिल होना राजशाही का संकेत देता है। किसी भी व्यक्ति की हथेली और तलवे में तिल होना राजशाही शासन का संकेत माना जाता है। जिस किसी व्यक्ति की हथेली के बीचो-बीच तिल होता है वह बहुत धनवान और भाग्यशाली माना जाता है। वहीं पैरों में तिल होने का अर्थ है कि व्यक्ति को राजा जैसे मान सम्मान की प्राप्ति होगी।

डिस्क्लेमर: इस ख़बर में निहित किसी भी जानकारी, सूचना अथवा गणना के विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। यह विभिन्न माध्यमों, ज्योतिष, पंचांग, मान्यताओं के आधार पर संग्रहित कर तैयार की गई है।

(यह ख़बर विधान न्यूज के साथ इंटर्नशिप कर रहे गौरव श्रीवास्तव द्वारा तैयार की गई है।)

 

 

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