World Rabies Day 2023: क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड रेबीज डे, जानें महत्व-इतिहास और इस साल की थीम

World Rabies Day 2023: 28 सितंबर को विश्वभर में हर वर्ष वर्ल्ड रेबीज डे मनाया जाता है। इस बार 16 वां रेबीज दिवस है, इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य लोगों में रेबीज बीमारी के प्रति जागरुकता फैलाना है।. और इस दिन को इस लिए भी खास बनाया गया है क्योंकि इस दिन फ्रेंच केमिस्ट और माइक्रोबायोलॉजिस्ट Louis Pasteur की डेथ एनिवर्सिरी भी होती है। लुईस पाश्चर और उनके सहयोगियों ने ही सन् 1885 में पहली बार रेबीज के खिलाफ वैक्सीन विकसित की थी।

World Rabies Day 2023: ये है कारण

रेबीज बीमारी लायसा वायरस से संक्रमित जानवरों के काटने से होती है। यह एक जूनोटिक बीमारी होती है और कुत्ते, बंदर और बिल्ली व चूहे जैसे जानवर से फैल जाती है

Theme of World Rabies Day 2023

इस वर्ष विश्व रेबीज दिवस की थीम है: “एक स्वास्थ्य, शून्य मृत्यु”।

इस वर्ष 28 सितंबर को 16वां विश्व रेबीज दिवस मनाया जाएगा। इस वर्ष की थीम ‘ रेबीज: वन हेल्थ, जीरो डेथ्स’ लोगों और जानवरों दोनों के साथ पर्यावरण के संबंध को उजागर करेगी।

World Rabies Day History and Significance

वैश्विक स्वास्थ्य संस्थाएं वर्ल्ड रेबीज डे के जरिए इस बीमारी का हमारी जिंदगी पर प्रभाव डालती है और पूरी दुनिया में इससे बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी और जागरुकता फैलाती हैं। बता दें कि पहली बार यह दिवस 28 सितंबर 2007 को मनाया गया था।

इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन, सेंटर फोर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन व अमेरिका और एलायंस फोर रेबीज कंट्रोल ने एक साझा कार्यक्रम आयोजित किया था। इस खास दिन का कॉर्डिनेशन ग्लोबल एलायंस फोर रेबीज कंट्रोल करता है।

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