Sankashti Chaturthi, Ganesh Puja, Karwa Chauth : आज कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इसे वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी भी कहा जाता है। इसके साथ इस दिन हर साल करवा चौथ का पावन त्योहार मनाया जाता है। यानी इस साल करवा चौथ के दिन ही संकष्टी चतुर्थी का व्रत भी रखा जाएगा। ज्योतिष शास्त्रियों के मुताबिक यह संयोग करवा चौथ के महत्व को और बढ़ा दिया। आज सुहगन महिलाएं दिनभर निर्जला व्रत रखकर शाम को चंद्रमा के निकले के बाद उनकी पूजा अर्चना कर अपना उपवास खोलेंगी।
आज के दिन भोलेदानी के भक्त पूरे विधि-विधान से शिव परिवार की पूजा करेंगे। धर्म शास्त्रों के अनुसार इस साल करवा चौथ के दिन जो भी महिलाएं व्रत रखकर पूजा अर्चना करेंगे उन्हें भगवान शिव और गणेशजी के साथ-साथ पूरे शिव परिवार का आर्शीवाद प्राप्त होगा। धर्म शास्त्रों के मुताबिक संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणपति की सच्चे मन से पूजा-अर्चना करने से जातक जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख-दर्द और संकट दूर होते हैं और सभी प्रकार के शुभ कार्यों में सफलता मिलती है।
आज संकष्ट चतुर्थी और करवा चौथ के मौके पर सर्वार्थ सिद्धि और शिव योग भी बन रहा है। ऐसे में आज का दिन पूरे शिव परिवार की पूजा अर्चना करने के लिए बेहद खास संयोग बन रहा है। तो आइये भागवताचार्य आचार्य आशीष राघव द्विवेदी से जानते हैं संकष्टी चतुर्थी पूजा के नियम और चमत्कारी मंत्रों के बारे में…
आज कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के मौके पर मृगशीर्ष नक्षत्र, परिध योग, बव करण और उत्तर दिशाशूल का योग बन रहा है। आज के चतुर्थी को वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है। आज के दिन व्रत रखने का विधान है।
संकष्टी चतुर्थी पर गणेश जी की पूजा विधि…
- प्रात:काल सूर्योदय से पहले उठकर नित्य क्रिया से निवृत होकर स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारन करें।
अब मंदिर की साफ-सफाई कर गणेश जी की प्रतिमा के सामने दीपक प्रज्वलित करें।
गणेश जी को फल, फूल, दूर्वा, मोदक, पान, सुपारी और धूप-दीप नैवेद्य अर्पित करें। - पूजा के दौरान भगवान गणेश जी को हल्दी, अक्षत्, दूर्वा, लाल पुष्प, फल आदि अर्पित करें।
- उसके बाद विध्नहर्ता को मोदक या लड्डू का भोग लगाएं।
- इसके बाद गणेश जी की विधि-विधान से पूजा करें और मंत्रों का जाप करें।
- फिर गणेश जी के साथ सभी देवी-देवताओं की आरती उतारें।
- इसके साथ ही सुख-समृद्धि की कामना करते हुए पूजा समाप्त करें।
- घर के सदस्यों को प्रसाद वितरित कर और स्वयं भी ग्रहण।
- जो लोग कराव चौथ का इस व्रत कर रहे हैं वो रात को चंद्रमा को अर्घ्य देकर अपना व्रत खोलेंगी।
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इन गणेश मंत्रों का जाप करें…
इसके साथ ही आज के दिन जातक बुध ग्रह के बीज मंत्र का भी जाप कर सकते हैं। इससे कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होगा और जीवन में सुख, शांति के साथ-साथ धन-धान्य में भी बढ़ोतरी होगी। बुधवार को हरे रंग की वस्तुओं का दान करना बहुत शुभ माना जाता है।
‘ऊँ ह्रीं ग्रीं ह्रीं’
‘ऊँ गं गणपतये नमः’
गणेश जी का शक्तिशाली मंत्र
गणेश जी का मूल मंत्र
https://www.youtube.com/shorts/8G5lfPY_BO8
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