Budhwar Ke Upay : श्री गणेशजी को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है। मान्यता है कि गणेश जी के आशिर्वाद से अगर किसी भी काम को शुरू किया जाए तो उसमें विघ्न नहीं पड़ता है और सफलता मिलती है। इसी कारण किसी भी शुभ और मांगलिक कार्यों को शुरू करने से पहले ‘श्री गणपति जी’ का न सिर्फ आवाहन किया जाता है बल्कि उनकी विशेष पूजा-अर्चना भी की जाती है।
हर विघ्न होता है दूर ( Budhwar Ke Upay )
मान्यता है कि सच्चे मन से इनके ध्यान मात्र से व्यक्ति के जीवन की सारी कठिनाई और परेशानियां दूर हो जाती है। ऐसी मान्यता है कि इनकी सच्चे मन से अराधना करने से रुके हुए कार्य बनने लगते हैं।
गणेश जी के 12 नामों की महिमा
नारद पुराण में गणेश जी के 12 नाम- सुमुख, एकदंत, कपिल, गजकर्णक, लंबोदर, विकट, विघ्न-नाश, विनायक, धूम्रकेतु, गणाध्यक्ष, भालचंद्र, गजानन बताए गए। नारद पुराण के अनुसार बुधवार के दिन गणेश जी के 12 नामों का सुबह-शाम 108 बार जाप करने से जातक के जीवन के सभी विघ्नों का नाश हो जाता है।
वहीं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुधवार के दिन श्रीगणेश जी के इन बारह नामों के ध्यान मात्र से गौरी नंदन गणेश अपने भक्तों पर जल्दी प्रसन्न होते हैं। ऐसे मैं अगर आप गणपति को प्रसन्न कर जीवन में तरक्की चाहते हैं तो उनके 12 नामों का जाप कर अपने जीवन के धन्य और सफल बना सकते हैं।
गणेश जी के प्रसन्न करने के अचूक मंत्र (Ganesh Mantra)
हिंदू सनातन धर्म में सभी देवी-देवताओं के लिए अलग-अलग मंत्र और पूजा विधि बताए गए हैं, जिनके जाप मात्र से वो तुरंत प्रसन्न हो जाते हैं और अपना आशीर्वाद देते हैं। इसी कड़ी में शास्त्रों में गणेश जी को प्रसन्न करने के भी कुछ प्रभावी मंत्र भी बताए गए हैं। इनमें से एक मंत्र ‘गं हं क्लौं ग्लौं उच्छिष्टगणेशाय महायक्षायायं बलिः’ और दूसरा मंत्र ‘ओम गं गणपतये नमः’ है। इन मंत्रों के ध्यान मात्र से भक्त के सारे कष्ट दूर होने लगते हैं और व्यक्ति की आर्थिक स्थिति दिन व दिन भी अच्छी होती जाती है।
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