
Chaitra Navratri 2025: कल चैत्र नवरात्रि का दूसरा दिन है और इस दिन माता ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता के इस स्वरूप की पूजा करने से तप, त्याग, संयम, सदाचार आदि की वृद्धि होती है। माता ब्रह्मचारिणी को हरसिंगार का फूल अर्पित करने से हर मनोकामना पूरी होती है। तो आईए जानते हैं क्या है इस फूल का महत्व…
हरसिंगार जिसे पारिजात के पौधे के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म के सबसे पवित्र माने जाने वाले पौधों में से एक है। यह एकमात्र ऐसा पौधा है जिसके फूलों को तोड़कर नहीं बल्कि जो फूल अपने आप पेड़ से टूट कर गिर जाते हैं उन्हें पूजा के लिए इस्तेमाल किया जाता है। मान्यताओं के अनुसार, हरसिंगार का पौधा समुद्र मंथन के दौरान उत्पन्न हुआ था। इस पौधे में माता लक्ष्मी का वास होता है। इसके अलावा इसके फूलों को भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी के पूजन के लिए विशेष रूप से इस्तेमाल किया जाता है। पारिजात के फूल के कुछ ऐसे उपाय भी हैं जिन्हें करने से जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकता है। तो आइए जानते हैं पारिजात के फूल के कुछ उपाय के बारे में…
शादी के उपाय (Chaitra Navratri 2025)
अगर आपके घर में शादी-विवाह में अड़चनें आ रही हैं तो चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन नारंगी रंग के कपड़े में हरसिंगार के फूलों को हल्दी की गांठ के साथ बांधकर, घर के मंदिर में माता की तस्वीर के पास रख देना चाहिए। इस उपाय से विवाह के योग जल्द ही बंधते हैं।
कर्ज से हैं परेशान करें ये उपाय
यदि आप कर्ज के बोझ तले दबे हुए हैं, तो आपको हरसिंगार के पौधे की जड़ का छोटा सा टुकड़ा घर में पैसे वाले स्थान पर रख देना चाहिए। इस उपाय को करने से जल्द ही धन संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है।
वास्तु दोष के लिए करें ये उपाय
अगर आपके घर में किसी प्रकार का वास्तु दोष है, तो अपने घर की पूर्व या उत्तर दिशा में पारिजात का पौधा लगाएं। ऐसा करने से वास्तु दोष दूर हो जाता है, साथ ही घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव भी कम हो जाता है।
तमाम खबरों के लिए हमें Facebook पर लाइक करें Google News, Twitter और YouTube पर फॉलो करें।Vidhan News पर विस्तार से पढ़ें ताजा–तरीन खबर।