Chhath Puja 2024 : आज 5 नवंबर से छठ पूजा के त्यौहार की शुरुआत हो चुकी है। छठ महापर्व चार दिनों का पर्व है और इसकी शुरुआत नहाए खाए के साथ होती है। छठ पूजा बिहार ( Bihar ) का महापर्व है इसमें भगवान सूर्य को अर्ध्य दिया जाता है और छठी मैया ( Chhath Puja Vrat ) की उपासना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान सूर्य की उपासना करने से और छठी मैया की पूजा करने से गंभीर रोगों से छुटकारा मिलता है और हर दुख दूर होता है। तो आईए जानते हैं कौन है छठी मैया जिसके छठ पूजा ( Chhath Ka Vrat ) के दौरान चार दिनों तक पूजा पाठ की जाती है।
जानिए कौन है छठी मैया ( Chhath Puja 2024 )
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार छठी मैया सूर्य देव की बहन है और उन्हीं को प्रसन्न करने के लिए छठ पूजा का व्रत किया जाता है।छठी माता की पूजा करने से साधक को आरोग्यता, वैभव और संतान सुख का आशीर्वाद मिलता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार जब ब्रह्मा जी ने पृथ्वी के साथ प्रकृति का भी निर्माण किया। देवी प्रकृति माता ने खुद को छह रूपों में विभाजित किया, जिसके छठे अंश को छठी मैया के रूप में जाना जाता है।
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दूसरी मान्यता
वहीं दूसरी मान्यता के अनुसार राजा प्रियंवद और पत्नी मालिनी की कोई संतान नहीं थी। इस बात से दुखी होकर दोनों संतान प्राप्ति की इच्छा लेकर ऋषि कश्यप के पास पहुंचे। तब ऋषि ने उन्हें संतान सुख पाने के लिए यज्ञ करने को कहा लेकिन उनका पुत्र मरा हुआ पैदा हुआ।
राजा प्रियंवद ने पुत्र वियोग में प्राण त्यागने का फैसला लिया। तब छठी मैया ( Chhathi Maiya ) प्रकट हुईं और उन्होंने राजा से कहा कि मैं सृष्टि की मूल प्रवृत्ति में छठे अंश से उत्पन्न हुईं हूं, इसलिए मैं षष्ठी कहलाऊंगी।