Chhath Puja Important Days and Dates : दिवाली, गोवर्धन पूजा, चित्रगुप्त पूजा और भाई दूज के बाद अब लोक आस्था के महापर्व छठ की बारी है। भारत समेत दुनियाभर में छठ पूजा की तैयारी जोरों पर हैं। दरअसल सूर्यदेव की आराधना और छठी मैय्या की पूजा का त्योहार शुरू होने वाला है। लोग अपने-अपने तरीके से इस पावन पर्व की तैयारी में जुटे हैं। चार दिनों तक चलने वाले यह त्योहार शुक्रवार 17 नवंबर से शुरू होने जा रहा है, जो 20 नवंबर को उगते हुए सूर्य भगवान को अर्ध्य देने के समाप्त होगा। तो आइए आईये आचार्य आशीष राघव द्विवेदी जी से विस्तार से जानते हैं महापर्व छठ से जुड़ी महत्वपूर्ण तिथि, महत्व और पूजा विधि के बारे में…
महापर्व छठ पर्व को लेकर लोगों में गहरी आस्था है। छठ का व्रत मुख्य रूप से संतान की लंबी आयु, पारिवार की सुख-समृद्धि, अच्छे स्वास्थ्य और मनोवांछित फल की प्राप्ति की मनोकामना के साथ किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो भी सच्चे मन और नियम-निष्ठा के साथ छठ का व्रत करता है, उसे स्वस्थ और तेजवान संतान की प्राप्ति होती है।
यह भी पढ़ें- महापर्व छठ पर अपनों को इन 15 चुनिंदा मैसेज से अपनों को दें बधाई, कहें- ‘छठी मैया करें हर मुराद पूरी’
छठ का पावन व्रत महिलाओं के साथ-साथ पुरुष भी रखते हैं। इस दौरान व्रत करने वाले लोग सूर्य देव और छठी मईया की पूरे विधि-विधान और नियम, निष्ठा के साथ पूजा-अर्चना करते हैं। मान्यता के मुताबिक इस व्रत में जितनी श्रद्धा, नियमों और शुद्धता का पालन किया जाता है छठी मईया उनसे उतनी ही ज्यादा प्रसन्न होती हैं।
यह भी पढ़ें- Chhath Puja Thekua Recipe: जानें छठ पूजा में ठेकुआ का महत्व और इसे बनाने की विधि
ऐसे तो छठ पूजा दुनियाभर में भारतवंशी मनाते हैं लेकिन छठ पूजा की सबसे ज्यादा रौनक बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में देखने को मिलती है। छठ का व्रत और पूजन सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। छठ पर व्रती को करीब 36 घंटे तक निर्जलना व्रत रखना पड़ता है। चार दिनों तक चलने वाले इस पावन पर्व के पहले दिन नहाय-खाय, दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य और उसके अगले यानी चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत के पारण से संपन्न होता है। दूसरे दिन खरना होता है। छठ पर्व में छठी मैय्या को साक्षी मानते हुए भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और उनसे संतानों की सुख-समृद्धि की कामना की जाती है।
महापर्व छठ 2023 की महत्वपूर्ण तिथियां (Chhath Puja Important Days and Dates)
छठ पूजा की शुरुआत- 17 नवंबर 2023 से
पहला दिन- 17 नवंबर, शुक्रवार- नहाय-खाय
दूसरा दिन- 18 नवंबर, शनिवार- खरना
तीसरा दिन- 19 नवंबर, रविवार- डूबते सूर्य को अर्घ्य
चौथा दिन- 20 नवंबर, सोमवार, उगते सूर्य को अर्घ्य
यह भी पढ़ें- Chhath Puja 2023 : जानें क्या है छठ पूजा की पौराणिक मान्यता, क्यों दिया जाता है सूर्य को अर्घ
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।ऐसे में Vidhan News इसकी सत्यता का पुष्टी और दावा नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।)
तमाम खबरों के लिए हमें Facebook पर लाइक करें, Twitter और Kooapp पर फॉलो करें। Vidhan News पर विस्तार से पढ़ें ताजा-तरीन खबरें।