Dharm Visesh: सितंबर के महीने में इन तिथियों पर भूलकर भी ना करें कोई शुभ काम, वरना भुगतना पड़ सकता है गंभीर परिणाम

Dharm Visesh: सितंबर में भद्रा विष्टि कारण के वजह से शुभ कार्य करने की मनाही होती है। इस दौरान अगर आप शुभ कार्य करेंगे तो आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। धर्म शास्त्रों में इस दौरान पूजा पाठ करने की मनाही होती है।

Dharm Visesh: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सितंबर के महीने में तीन बड़े ग्रह राशि परिवर्तन करने वाले हैं। इन ग्रहों के राशि परिवर्तन से कई राशियों पर शुभ और अशुभ प्रभाव पड़ेगा। ऐसे कई राशि के जातकों को शुभ फल की प्राप्ति होगी। सितंबर के महीने में पितृपक्ष भी पड़ेगा और इस दौरान पितरों का धरती पर आगमन होता है। पितृ पक्ष के दौरान लोग अपने पितरों को खुश करने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं। लेकिन थर्ड शास्त्रों में इस दौरान जनेव मुंडन या कोई शुभ कार्य करने की मनाही होती है।

इस दौरान शुभ कार्य करने की मनाही होती है। इस दौरान कोई शुभ कार्य करने से कई तरह के गंभीर परिणाम भुगत में पड़ सकते हैं। सितंबर में भद्रा विष्टि कारण के वजह से शुभ कार्य करने की मनाही होती है। तो आईए जानते हैं सितंबर में किन तारीखों पर शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।

भद्रा विष्टि करण सितंबर 2024 (Dharm Visesh)

01 सितंबर को विष्टि करण समय देर रात 03 बजकर 44 मिनट से लेकर 1 सितंबर को संध्याकाल 04 बजकर 30 मिनट तक है।

07 सितंबर को विष्टि करण समय देर रात 11 बजकर 45 मिनट से 07 सितंबर को सुबह 05 बजकर 36 मिनट तक है।

10 सितंबर को भद्रा विष्टि करण का योग है। 10 सितंबर को देर रात 11 बजकर 10 मिनट से 01 सितंबर को सुबह 11 बजकर 38 मिनट तक है।

14 सितंबर को भद्रा विष्टि करण का योग सुबह 09 बजकर 45 मिनट से है। इस योग का समापन रात 08 बजकर 45 मिनट पर होगा।

17 सितंबर को भद्रा विष्टि करण का योग सुबह 11 बजकर 42 मिनट से है। इस योग का समापन रात 09 बजकर 45 मिनट पर होगा।

20 सितंबर को भद्रा विष्टि करण का योग सुबह 10 बजकर 50 मिनट से है। इस योग का समापन रात 09 बजकर 20 मिनट पर होगा।

23 सितंबर को भद्रा विष्टि करण का योग दोपहर 01 बजकर 50 मिनट से है। इस योग का समापन 24 सितंबर को देर रात 01 बजकर 13 मिनट पर होगा।

27 सितंबर को भद्रा विष्टि करण का योग देर रात 12 बजकर 48 मिनट से है। इस योग का समापन 27 सितंबर को दोपहर 01 बजकर 21 मिनट पर होगा।

सितंबर में इन तिथियां पर कभी भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। इस दौरान शुभ कार्य करने से शुभ फल की प्राप्ति नहीं होती है और इससे आपके जीवन में कई परेशानी आ सकती है।

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