
Ganesh Chaturthi 2025: 27 सितंबर को गणेश चतुर्थी का त्यौहार मनाया जाएगा। मुंबई मध्य प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में बड़े धूमधाम से गणपति का त्यौहार मनाया जाता है। लोग अपने घरों में गणपति बप्पा की मूर्ति की स्थापना करते हैं।
अगर आप अपने घर में पहली बार गणपति की स्थापना कर रहे हैं, तो कुछ नियमों और परंपराओं का पालन करना शुभ माना जाता है। इन नियमों के पालन से भगवान गणेश का आशीर्वाद मिलता है और घर में सुख-समृद्धि आती है।
पहली बार कर रहे हैं गणपति की प्रतिमा की स्थापना तो इन नियमों का रखें ध्यान (Ganesh Chaturthi 2025)
1. सही मुहूर्त का चयन: गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की स्थापना करना शुभ माना जाता है।पूजा का समय पंचांग देखकर तय करें।आमतौर पर सुबह या दोपहर का समय स्थापना के लिए सर्वोत्तम होता है।
2. मूर्ति का चयन:मिट्टी से बनी गणेश मूर्ति को प्राथमिकता दें। मूर्ति का आकार घर की जगह और आवश्यकता के अनुसार चुनें।ऐसी मूर्ति चुनें जिसमें गणेश जी के साथ उनका वाहन (मूषक) और मोदक भी हो।
3. स्थापना की दिशा और स्थान: गणपति की मूर्ति को उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करना शुभ माना जाता है।मूर्ति को फर्श पर न रखें। इसे लकड़ी की चौकी पर लाल या पीले कपड़े बिछाकर रखें। पूजा स्थल ऐसा चुनें जहां परिवार के सभी सदस्य आसानी से शामिल हो सकें।
4. स्थापना की प्रक्रिया: स्थापना से पहले पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें। मूर्ति को स्थापित करते समय गणेश जी का आह्वान करें। प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान उनकी आंखों पर कपड़ा रखें और विधिवत पूजा के बाद इसे हटाएं।
5. पूजा सामग्री
पूजा के लिए निम्न सामग्री तैयार करें: लाल या पीला वस्त्र। दूर्वा घास और मोदक। नारियल, सुपारी और पान के पत्ते। चंदन, रोली और अक्षत।फूल, धूप और दीपक।
6. पूजा विधि: गणेश मंत्र (“ॐ गण गणपतये नमः”) का जाप करें। दूर्वा घास और मोदक अर्पित करें।भगवान गणेश की आरती करें और परिवार के सभी सदस्य पूजा में भाग लें।
7. विसर्जन का नियम: गणपति को घर में 1.5, 3, 5, 7 या 10 दिन तक रखा जा सकता है। विसर्जन के दिन विधिवत पूजा करें और गणेश जी को जल में विसर्जित करें। विसर्जन के दौरान “गणपति बप्पा मोरया” का जयकारा लगाएं।
8. सात्विक माहौल बनाए रखें: पूजा के दौरान घर में शुद्धता और पवित्रता बनाए रखें। मांसाहार और नशे से परहेज करें। परिवार में प्रेम और सौहार्द बनाए रखें।
9. भगवान गणेश से संकल्प करें: गणेश जी से अपने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की प्रार्थना करें। किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत के लिए उनका आशीर्वाद लें।
10. श्रद्धा और भक्ति का महत्व: पूजा विधि जितनी सरल और सच्ची होगी, उतना ही गणेश जी की कृपा प्राप्त होगी।नियमों के साथ अपनी श्रद्धा और भक्ति को प्राथमिकता दें।
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