Genda Phool in Puja: पूजा में क्यों चढ़ाते हैं गेंदा के फूल? बेहद खास है वजह, जानकर चौंक जाएंगे

Genda Phool in Puja: पूजा पाठ में गेंदा के फूल का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जाता है। इस फूल को बेहद शुभ माना जाता है और भगवान विष्णु सहित कई देवी देवताओं को यह फूल प्रिय है।

Genda Phool in Puja: गेंदा के फूल पीला और केसरिया रंग हल्का होता है और हिंदू धर्म मानता है कि यह दोनों रंग भगवान को बहुत प्रिय है। यही वजह है कि इसे बड़े पैमाने पर देवी देवताओं को चढ़ाया जाता है।

बृहस्पति ग्रह से संबंध ( Genda Phool in Puja )

ज्योतिष शास्त्र में गेंदे के फूल का संबंध बृहस्पति ग्रह से बताया गया है। इस फूल से बृहस्पति ग्रह प्रसन्न होते हैं और विद्या और ज्ञान का आशीर्वाद देते हैं। ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति को ज्ञान और बुद्धि का ग्रह माना गया है।

ज्ञान का फूल माना जाता है गेंदा का फूल

गेंदे के फूल को ज्ञान का फूल कहा जाता है यही वजह है कि शुभ कार्यों में इसका बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है। इसके उपयोग से व्यक्ति में ज्ञान और बुद्धि का संचार होता है।

त्याग का प्रतीक है गेंदा का फूल

गेंदा का फूल पीला या हल्का केसरिया रंग का होता है। एक तरफ इस प्यार के लिए जाना जाता है वहीं दूसरी तरफ इस रंग को अग्नि जैसे प्रचंड व्यक्तित्व का परिचायक माना जाता है।

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एकता का प्रतीक है गेंदा का फूल

गेंदे के फूल को एकता का प्रतीक माना गया है। इसमें बहुत सारे बी एक साथ होते हैं और अनेक पंखुड़ियां एक साथ होती है यही वजह है कि यह एकता को दर्शाता है।

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