Haritalika Teej: इन महिलाओं को नहीं करना चाहिए हरितालिका तीज का व्रत, जानें क्या कहता है धर्मशास्त्र

Haritalika Teej: हरितालिका तीज का व्रत रखने से पहले अपनी स्वास्थ्य स्थिति का ध्यान रखना जरूरी है। श्रद्धा और भक्ति सबसे महत्वपूर्ण होती है, और भगवान शिव और माता पार्वती को सच्चे मन से पूजा करने से भी आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है।

Haritalika Teej:  हरितालिका तीज का व्रत महिलाओं के लिए अत्यधिक कठिन और कठोर माना जाता है, क्योंकि यह निर्जला व्रत होता है। हालांकि, कुछ महिलाओं को इसे रखने से बचना चाहिए, क्योंकि उनकी शारीरिक या स्वास्थ्य स्थितियां इसे कठिन बना सकती हैं।

ये लोग नहीं कर सकते हरितालिका तीज का व्रत (Haritalika Teej)

1. गर्भवती महिलाएं: गर्भावस्था के दौरान निर्जला व्रत करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। पानी और भोजन की कमी से गर्भस्थ शिशु और मां दोनों को कमजोरी या डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है।

2. स्तनपान कराने वाली माताएं: स्तनपान कराने वाली महिलाओं को पूरे दिन पानी और भोजन की आवश्यकता होती है।निर्जला व्रत रखने से दूध की मात्रा और गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है, जिससे शिशु का पोषण प्रभावित हो सकता है।

3. गंभीर बीमारियों से पीड़ित महिलाएं: जिन महिलाओं को डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, किडनी संबंधी रोग, या किसी अन्य गंभीर बीमारी है, उन्हें यह व्रत नहीं रखना चाहिए। निर्जला व्रत से उनकी स्थिति और खराब हो सकती है।

4. कमजोर स्वास्थ्य या कमजोरी महसूस करने वाली महिलाएं: अगर किसी महिला का स्वास्थ्य कमजोर है या वह कमजोरी महसूस कर रही है, तो व्रत करना उनके लिए मुश्किल हो सकता है।निर्जला व्रत से शरीर में ऊर्जा की कमी हो सकती है।

5. मानसिक तनाव या कामकाजी महिलाएं:  जो महिलाएं मानसिक तनाव में हैं या अत्यधिक कामकाजी हैं, उन्हें निर्जला व्रत से बचना चाहिए।काम के दौरान पानी और भोजन की कमी से थकावट और तनाव बढ़ सकता है।

6. बहुत बुजुर्ग महिलाएं: बुजुर्ग महिलाओं को निर्जला व्रत करना उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।उम्र के साथ शरीर की ऊर्जा कम होती है, और निर्जला व्रत से कमजोरी या अन्य समस्याएं हो सकती हैं।

क्या करें अगर व्रत रखना मुश्किल हो-

अगर किसी महिला को हरितालिका तीज का व्रत रखना मुश्किल लगता है, तो वह निम्न उपाय कर सकती है:

सात्विक व्रत रखें: फलाहार करें और पानी का सेवन करें।
संकल्प करें: व्रत न रख पाने की स्थिति में भगवान शिव और माता पार्वती के सामने अपनी श्रद्धा व्यक्त करें।
भक्ति करें: पूजा और आरती में भाग लें और व्रत कथा सुनें।

हरितालिका तीज का व्रत रखने से पहले अपनी स्वास्थ्य स्थिति का ध्यान रखना जरूरी है। श्रद्धा और भक्ति सबसे महत्वपूर्ण होती है, और भगवान शिव और माता पार्वती को सच्चे मन से पूजा करने से भी आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है।

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