Hartalika Teej: हिंदू धर्म में हर साल भाद्रपद महिना के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरितालिका तीज का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन मुख्य रूप से माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा की जाती है। हरितालिका तीज के दिन ही माता पार्वती को महादेव अपने पत्नी के रूप में स्वीकार किए थे। हरितालिका तीज के दिन आपके व्रत रखना है तो पूजन सामग्री अच्छे से तैयार करना होगा वरना आपकी पूजा अधूरी मानी जाएगी।
साल 2025 में भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 26 अगस्त दिन मंगलवार को है। हिंदू पंचांग के अनुसार, तृतीया तिथि 25 तारीख को दोपहर में 12:35 मिनट से शुरू हो जाएगी और इसका समापन अगले दिन 26 तारीख को दोपहर में 01 बजकर 55 मिनट पर होगा। तृतीया तिथि उदयकाल में 26 अगस्त को पड़ने के चलते हरतालिका तीज इसी दिन रखा जाएगा।
हरितालिका तीज पूजा सामग्री (Hartalika Teej)
भगवान शिव व माता पार्वती की मूर्ति घी, दीपक, अगरबत्ती और धूपबत्ती पान, बाती और कपूर सुपारी, साबुत नारियल, चंदन भोग के लिए केले कलश, आम के पत्ते, केले के पत्ते, धतूरा, फूल, बेल के पत्ते और एक चौकी, शमी के पत्ते 16 श्रृंगार की वस्तुएं जैसे काजल, कुमकुम, मेहंदी, बिंदी, सिंदूर, चूडियां और लाल चुनरी आदि
हरितालिका तीज पूजा विधि
हरितालिका तीज के दिन सबसे पहले उठकर आपको नहाना चाहिए और इसके बाद आपको निर्जला व्रत का संकल्प लेना चाहिए। इसके बाद हरे रंग की चूड़ी और साफ वस्त्र पहनना चाहिए और साफ सफाई का ध्यान रखना चाहिए। फिर एक चौकी बनाकर भगवान शिव और माता का मूर्ति स्थापित करना चाहिए और माता को दुर्गा और फूल अर्पित करना चाहिए। फिर आरती करके भगवान के उपासना करनी चाहिए।
इस दिन कुछ विशेष नियमों का ध्यान रखना जरूरी है। हरितालिका तीज के दिन है माता पार्वती और भगवान शिव का ब्याह हुआ था। इस दिन विशेष तरह से पूजा करने से जीवन में खुशहाली आती है.
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