Jagannath Temple Of Kanpur : इस मंदिर में मानसून आने से 15 दिन पहले भगवान देते है संकेत, छत से टपकने लगता है पानी

Jagannath Temple Of Kanpur: कानपुर के जगन्नाथ मंदिर में अनोखा चमत्कार देखा जाता है। यहां मानसून आने से पहले ही भगवान जगन्नाथ संकेत देते हैं। तो आईए जानते हैं इस मंदिर के बारे में विस्तार से...

Jagannath Temple Of Kanpur : हमारे देश में कई चमत्कारी मंदिर है जहां दर्शन करने लाखों की संख्या में भक्त जाते हैं. देश में कई ऐसे मंदिर है जो हमारी भारतीय सभ्यता को दर्शाते हैं. आज हम आपको कानपुर के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे जिसमें भगवान मानसून आने से पहले ही मानसून का संकेत दे देते हैं. यह मंदिर कानपुर में है और यह कानपुर से 50 किलोमीटर दूर घाटमपुर तहसील के भीतरगांव ब्लॉक के एट में स्थित है. इस मंदिर को देखने के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी लोग आते हैं क्योंकि यह रहस्यमई मंदिर है.

बेहद प्रसिद्ध हैं कानपुर का जगन्नाथ मंदिर (Jagannath Temple Of Kanpur)

कानपुर का जगन्नाथ मंदिर बेहद प्रसिद्ध है और बहुत ही प्राचीन है. पुरी जगन्नाथ के बाद यह उत्तर प्रदेश में भगवान जगन्नाथ का इकलौता मंदिर है और इसे मानसून मंदिर भी कहा जाता है. कहां जाता है कि मानसून आने के पहले ही इस मंदिर की छत टपकने लगती है और इसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. इस मंदिर में जाकर वैज्ञानिक भी शोध कर चुके हैं हालांकि यह रहस्य सुलझा नहीं पाया है.

प्राचीन है यह मंदिर

स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मंदिर के छत पर लगे पत्थर से पानी की बूंदे टपकनी शुरू हो जाती है और उसके एक पखवारें के बाद मानसून आ जाता है. भीतरगांव इलाके के बेटा बुजुर्ग गांव में स्थित भगवान जगन्नाथ के गर्भ ग्रह के शिखर पर एक आयताकार पत्थर लगा हुआ है.

9वी शताब्दी में हुआ था मंदिर निर्माण

चिल्लाती गर्मी में भी इस पत्थर पर पानी की बूंदे जमा हो जाती है और बंदे बाद आकर लेकर गर्भगृह के फर्श से टपकती रहती है. यह बूंद तब तक टपकता है जब तक मानसून सक्रिय नहीं हो जाता है. हालांकि जब वर्षा होना शुरू हो जाता है तब मंदिर का आंतरिक भाग सूख जाता है. इस मंदिर को नौवीं शताब्दी के आसपास सम्राट हर्षवर्धन ने बनवाया था.

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