
Kajal ke Totke : आंखें स्त्रियों का सबसे आकर्षक अंग होता है। इसलिए सभी स्त्रियां अपनी आंखों की खूबसूरती बढ़ाने की कोशिश करती हैं।और अपने आंखों में काजल लगाती हैं।
जब उनकी आंखों की खूबसूरती बढ़ाने की बात हो तो काजल से अच्छा कुछ और नहीं हो सकता।काजल का इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है।पहले आंखों में काजल को सूरज की नुकसान देह किरणों और आंखों को कीट पतंगों से बचाने के लिए लगाया जाता था। हालांकि बच्चों को नजर दोष से बचाने के लिए भी काजल उपयोगी है।
इसे आम भाषा में काजल या सुरमा कहा जाता है।सुरमा दो तरह का होता है एक सफेद सुरमा और दूसरा काला सुरमा।सुरमा लगाने का प्रचलन मध्य एशिया में भी रहा है।और भारत में भी एक समय था जब काजल सूरमा घरों में ही बनाया जाता था।
Kajal Totka : आज भी घरेलू तौर पर काजल बनाने का तरीका बड़ा दिलचस्प है।काजल के लिए सरसों के तेल या बादाम को जलाया जाता है।इसमें से निकलने वाले पदार्थ को जमा करके काजल बनाया जाता है। सूरमा बनाने के लिए कोहिनूर पत्थर को जलाया जाता है।उसमें गुलाबजल, चंदन और बाकी औषधि मिलाई जाती है। तब जाकर सूरमा तैयार होता है।
सुख शांति के लिए:
यदि आपके परिवार में हमेशा झगड़ा होते रहता है और पारिवार के सदस्य सुख शांति से ना रहते हो तो शनिवार के दिन सुबह में काले कपड़े में नारियल को लपेटकर उस पर काजल की बिंदी लगा दें और घर के बाहर लटका दे।हमेशा घर बुरी नजर से बचा रहेगा और सदैव सुख शांति बनी रहेगी।
वशीकरण के लिए
रवि पुष्प में गूलर के फूल एवं कपास की रूई मिलकर बत्ती बनाए तथा उस बत्ती को मक्खन से जलाएं।फिर जलती हुई बत्ती की ज्वाला से काजल निकाले।इस काजल को रात्रि में अपनी आंखों में लगाने से संसार वश में हो जाता है।ऐसा काजल को किसी को देने से बचना चाहिए।
इसके साथ ही लौकी के तेल और कपड़े की बत्ती से काजल बनाकर तैयार करें।इसे आंखों में लगाकर देखने से वशीकरण होता है।
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