
Kharmas 2024: खरमास की शुरुआत होने वाली है।सूर्य देव बृहस्पति की राशि में जब प्रवेश करते हैं तब खरमास की शुरुआत होती है।ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर साल दो बार खरमास लगता है और इस साल का दूसरा खरमास 15 नवंबर रविवार से शुरू होने वाला है।खरमास की शुरुआत होते ही शादी गृह प्रवेश मुंडन सगाई (Kharmas News) आदि मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाएगी।लेकिन कई लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि खरमास के महीने में मांगलिक कार्य क्यों नहीं किए जाते?आईए जानते हैं इसके पीछे का कारण…
वैदिक पंचांग के अनुसार 15 दिसंबर की रात 10:19 पर सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करने वाले हैं जिसके बाद खरमास की शुरुआत हो जाएगी।14 जनवरी 2025 को खरमास की समाप्ति होने वाली है और खरमास के दौरान शादी विवाह जैसे मांगलिक कार्य नहीं होंगे।
क्यों अशुभ माना जाता है खरमास ( Kharmas 2024 )
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य देव पृथ्वी पर जीवन के दाता माने जाते हैं और सूर्य के ताप के बिना पृथ्वी पर जीवन संभव होता है। सूर्य से प्रकृति जुड़ी हुई है।लेकिन जब सूर्य देव बृहस्पति की राशियों में प्रवेश कर जाते हैं तो उनका तेज कम हो जाता है ऐसे में सूर्य देव के तेज के बिना मांगलिक कार्य करना शुभ नहीं माना जाता।
यही वजह है कि खरमास में मांगलिक कार्य नहीं किया जाता।ज्योतिष शास्त्र में सूर्य का तेज कम होना एक अशुभ घटना माना गया है। इस दौरान अगर शादी विवाह या कोई शुभ कार्य होगा तो वह सफल नहीं होता और इन कार्यों में बाधा उत्पन्न हो जाती है।खरमास में अगर आप कोई मांगलिक कार्य करेंगे तो सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त नहीं होगा। इसलिए धर्म शास्त्रों में करमास के दौरान मांगलिक कार्य करना वर्जित माना जाता है।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। Vidhannews यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं।