Maa Lahar Devi Temple: बेहद चमत्कारी है माता का यह मंदिर, यहां प्रतिमा तीन बार बदलती है रूप, दर्शन मात्र से ही दूर हो जाते हैं सारे कष्ट

Maa Lahar Devi Temple: झांसी में स्थित मलाहार देवी का मंदिर एक चमत्कारी मंदिर है। इस मंदिर में दर्शन करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। नवरात्रि में इस मंदिर में मां दुर्गा के भक्तों का तांता लगता है।

Maa Lahar Devi Temple: शारदीय नवरात्रि का पावन महीना चल रहा है ऐसे में लोग माता रानी की उल्लासपूर्वक पूजा कर रहे हैं।उत्तर प्रदेश के झांसी में एक चमत्कारी मंदिर है और इस मंदिर में नवरात्र में दर्शन करने से माता सभी दुख दूर कर देती है। इस मंदिर में माता की एक प्रतिमा स्थापित किया गया है जो दिन भर में तीन बार अपना स्वरूप बदलता है। यह मंदिर हजारों साल पुराना है और इस माता का नाम मां लहर देवी है।

चंदेल राज के समय बना मंदिर (Maa Lahar Devi Temple)

Maa Lahar Devi Temple
Maa Lahar Devi Temple

माँ लहर देवी मंदिर का निर्माण बुंदेलखंड के शक्तिशाली चंदेल राजा के समय कराया गया था। प्राचीन काल में यहां के राजा परमाल देव थे और राजा के दो भाई आल्हा ऊदल के रूप में जाना जाते थे। महोबा की रानी मछला को पथरीगढ़ (जो आज झांसी जिले के नाम से जाना जाता है)का राजा ज्वाला सिंह अपहरण कर ले गया था। रानी को वापस लाने व राजा ज्वाला सिंह से युद्ध लड़ने जब आल्हा-ऊदल महोबा से पथरीगढ़ जा रहे थे तो रास्ते में एक पहाड़ी पर रुके. यहां पर वह अपनी कुलदेवी भी साथ में लेकर आए थे।

कहां जाता है कि वह अपनी कुलदेवी को सभी युद्ध में साथ ले जाते थे और रात्रि में जब लोग यहां पर रुके तो माता ने युद्ध जीतने के लिए आल्हा से उनके बेटे इंदल की बलि देने की बात कही थी। इसके बाद आल्हा ने अपने भाई उदल के सामने अपने पुत्र की बली माता को चढ़ा दी जिसके बाद माता प्रसन्न होकर पुनः उनके पुत्र को जीवित कर दी। उसके बाद लोगों में माता के प्रति आस्था जग गया।

मनिया देवी के नाम से मशहूर

Maa Lahar Devi Temple
Maa Lahar Devi Temple

लहर देवी को ‘मनिया देवी’ के रूप में भी जाना जाता है. जानकारों का कहना है कि मनिया देवी मैहर की मां शारदा हैं. यह मंदिर शिलास्तंभों पर खड़ा हुआ है. हर एक स्तंभ पर आठ योगिनी अंकित हैं. इस प्रकार कुल चौसठ योगिनी के स्तंभों पर मंदिर टिका है. सभी गहरे लाल सिंदूरी रंग में रंगे हैं. मंदिर परिसर में भगवान शंकर, शीतला माता, अन्नपूर्णा माता, भगवान हनुमानजी और काल भैरव का भी मंदिर है.

तीन बार रूप बदलती हैं मां

Maa Lahar Devi Temple
Maa Lahar Devi Temple

लहर देवी की प्रतिमा दिन में तीन बार रूप बदलती है. सुबह बालिका के रूप में में दोपहर में युवावस्था में और सायंकाल में देवी मां प्रौढ अवस्था में नजर आती है. तीनों समय मां का अलग- अलग श्रृंगार किया जाता है. उल्लेखनीय है कि कालांतर में पड़ नदी का पानी पूरे क्षेत्र में पहुंच जाता था. नदी की लहरें माता के चरणों को स्पर्श करती थीं इसलिए इसका नाम ‘लहर देवी’ पड़ गया.

Also Read:Shardiya Navratri 2024: गरीबी नही छोड़ रही है पीछा तो नवरात्रि में करें ये गुप्त उपाय, माता रानी के आशीर्वाद से बनेंगे मालामाल

तमाम खबरों के लिए हमें Facebook पर लाइक करें TwitterKooapp और YouTube पर फॉलो करें। Vidhan News पर विस्तार से पढ़ें ताजा-तरीन खबर।

- Advertisement -

Related articles

Share article

- Advertisement -

Latest articles