Married Woman Apply Sindoor During Periods : हिंदू धर्म में सिंदूर को बहुत पवित्र माना गया है। यह जहां भगवान को अर्पित किया जाता है वहीं यह सुहागिन महिलाओं के लिए सुहाग का प्रतिक है। इतना ही नहीं यह महिलाओं के लिए 16 श्रृंगारों में से एक है। हिंदू सनातन धर्म में शादी को तबतक पूर्ण नहीं माना जाता है जब तक लड़का लड़की की मांग में सिंदूर नहीं भरता है। लड़की की मांग में सिंदूर पड़ने के बाद ही शादी को संपन्न माना जाता है। मान्यता है कि महिलाएं अपनी मांग में जितना लंबा सिंदूर भरती है उनके पति की उतनी लंबी उम्र होती है। इसलिए सुहागिन महिलाओं रोज अपनी मांग में सिंदूर भरती हैं।
सिंदूर का जिक्र रामायण से लेकर महाभारत काल तक में मिलता है। यह मुख्यतः दो प्रकार का होता है- पहला लाल सिंदूर जो ज्यादातर सुहागिन महिलाओं अपनी मांग में लगाती हैं। नारंगी रंग का सिंदूर जिसे राम भक्त हनुमान जी को अर्पित किया जाता है।
हिंदू सनातन धर्म में विवाह के बाद विवाहित महिलाएं अपनी मांग में नित्य सिंदूर लगती है। लेकिन ज्योतिष शास्त्र में सिंदूर लगाने को लेकर कुछ नियम भी हैं। शास्त्रों में इस बात की भी चर्चा है कि महिलाओं को कब अपनी मांग में सिंदूर लगाना चाहिए और कब नहीं। तो आइए आचार्य आशीष राघव द्विवेदी जी से जानते हैं सिंदूर लगाने के कुछ जरूरी नियमों के बारे में…
हिंदू सनातन धर्म में सिंदूर को 16 श्रृंगारों में से एक माना गया है। माता पार्वती भगवान शिव के लिए सिंदूर लगाती है। मान्यता है कि माता पार्वती को चढ़ाया हुआ सिंदूर लगाने से अखंड सौभाग्य के वरदान की प्राप्ति होती है और पति के लंबी उम्र होती है।
महिलाओं को कब नहीं लगाना चाहिए सिंदूर
हिंदू सनातन धर्म में विवाहित महिलाओं के लिए अपनी मांग में सिंदूर लगाना अनिवार्य माना गया है। ऐसे में अक्सर देखा जाता है कि कई विवाहित महिलाएं पीरियड के दौरान भी अपने मांग में सिंदूर लगाती हैं, जो सही नहीं है। धर्म शास्त्रों के मुताबिक सुहागिन महिलाओं को पीरियड्स के दौरान सिंदूर को न तो छूना चाहिए और न ही उसका उपयोग करना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र में सिंदूर को काफी शुभ माना गया है। वहीं मान्यता है कि पीरियड के दौरान महिलाएं अशुद्ध हो जाती हैं। इसलिए पीरियड्स के दौरान शादीशुदा महिलाओं के लिए सिंदूर लगाना वर्जित माना गया है।
महिलाओं को रात में सिंदूर लगाना चाहिए या नहीं
ज्योतिष शास्त्रों के मुताबिक, रात के समय सुहागिन महिलाओं को अपनी मांग में सिंदूर बिल्कुल भी नहीं लगाना चाहिए। मान्यता है कि रात्रि के समय नकारात्मक शक्तियां सक्रिय होने लगती है। ऐसे में रात के समय सिंदूर लगाने से महिलाओं के मन में अपने पति प्रति नकारात्मक भाव उत्पन्न होने लगते हैं। जो दांपत्य जीवन के लिए अच्छा नहीं होता है।
ये भी पढ़ें- Shaadi Shubh Muhurat in November December: नवंबर में 6 तो दिसंबर में 7 दिन बजेगी शहनाई, नोट कर लें यह तिथि
शादीशुदा महिलाओं को मांग में किस दिन सिंदूर नहीं लगाना चाहिए
इसके साथ हिंदू धर्म शास्त्रों में सुहागिन महिलाओं को मंगलवार को अपनी मांग में संदूर नहीं लगाने की सलाह दी गई है। दरअसल मंगलवार का दिन भगवान बजरंग बली को समर्पित है। ऐसे में इस दिन अगर हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाने के लिए कोई शादीशुदा महिला मंदिर जाती है, तो उन्हें अपनी मांग में सिंदूर लगाकर मंदिर में नहीं जाना चाहिए। दरअसल हनुमान जी ब्रह्मचारी है, इसलिए कहा गया है कि मंगलवार के दिन महिलाएं अपनी मांग में सिंदूर लगाकर हनुमान जी की पूजा करने ना जाएं।
आपका दिन शुभ और मंगलमय हो
आचार्य आशीष राघव द्विवेदी, भागवताचार्य (ज्योतिष रत्न), संपर्क सूत्र: 9935282234
(डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है और केवल सूचना के लिए दी गई है। Vidhan News इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।)
तमाम खबरों के लिए हमें Facebook पर लाइक करें Twitter , Kooapp और YouTube पर फॉलो करें। Vidhan News पर विस्तार से पढ़ें ताजा-तरीन खबर।