Monsoon Vastu Tips: मानसून में वास्तु के इन नियमों का जरूर रखें ध्यान, वरना घेर लेगी दरिद्रता, धन का हों जायेगा अभाव

Monsoon Vastu Tips: मानसून के मौसम में वस्तु से जुड़े कुछ नियमों को ध्यान में रखना जरूरी है.वास्तु के नियमों का ध्यान नहीं रखने से आपकी जिंदगी में परेशानी आएगी और आपका जिंदगी तबाह हो जाएगा.

Monsoon Vastu Tips: वास्तु शास्त्र का हमारे जीवन में बहुत बड़ा महत्व होता है। घर को स्वस्थ और खुश रखने के लिए वास्तु देवता की पूजा करना आवश्यक है। इस पूजा में पवित्रता, सफाई और पूरे ढांचे की सुरक्षा और देखभाल आती थी।

चूंकि मानसून के दौरान इसकी विशेष रूप से आवश्यकता होती है, तो आइए देखें कि वास्तु स्वास्थ्य में घर को बीमारियों से कैसे बचाया जा सकता है। ये उपाय वास्तु को लंबे समय तक टिकाए रखते हैं और वास्तविक रूप से लाभ पहुंचाते हैं। साल में कम से कम तीन बार अपने घर की अच्छी तरह सफाई करनी चाहिए।

जून के महीने में सबसे पहले साफ-सफाई करनी चाहिए क्योंकि गर्मियों में धूल हवा के माध्यम से आती है, वातावरण शुष्क होता है, अगर बारिश बढ़ती है, तो नमी बढ़ती है, मोल्ड होता है और बीमारियां बढ़ती हैं। मानसून में वास्तु के अनुसार घर में करें ये बदलाव, दूर होंगी परेशानियां और आएगी अच्छी सेहत।

वास्तु शास्त्र के अनुसार इस महीने साफ-सफाई जरूर करनी चाहिए (Monsoon Vastu Tips)

साल में कम से कम तीन बार अपने घर की अच्छी तरह सफाई करनी चाहिए। जून के महीने में सबसे पहले साफ-सफाई करनी चाहिए क्योंकि गर्मियों में धूल हवा के माध्यम से आती है, वातावरण शुष्क होता है, अगर बारिश बढ़ती है, तो नमी बढ़ती है, मोल्ड होता है और बीमारियां बढ़ती हैं।

पीने का पानी इस दिशा में होना चाहिए

पीने का पानी या बर्तन पूर्व, उत्तर, उत्तर-पूर्व दिशा में रखना किसी भी स्थिति में पीने का पानी दक्षिण-पूर्व क्षेत्र में नहीं रखना चाहिए। यदि पूर्व, उत्तर-पूर्व, उत्तर दिशा न मिले तो दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम-पश्चिम क्षेत्र में पीने का पानी रख सकते हैं। लेकिन अगर केवल दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम-पश्चिम में पानी आता है या रखा है तो पानी के भंडारण टैंक को तुरंत साफ रखें और पानी के जग को उत्तर-पूर्व में भरकर पीने के लिए उपयोग करें। गैस ग्रिल के ऊपर या उसके आस-पास पानी की टंकी न रखें।

सुरक्षित पानी

बरसात के मौसम में घर में आने वाले पानी से रोगजनकों के प्रवेश को रोकने के लिए एक लीटर पानी में पांच-पांच ग्राम निवली, फिटकरी, टंकण, वला, सुंथा, वावडिंग और हल्दी को उबालकर पीने के लिए इस्तेमाल करना चाहिए।

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इनडोर हवा

घर में स्वच्छ एवं स्वच्छ वायु प्राप्त करने के लिए धूम्रपान के साथ-साथ निर्गुड़ी, हल्दी, वड़, गूलर, कछटंग, तुलसी, अरंडी के पत्ते भी अवश्य धुंए। यह धुआं घर में सुख, शांति और स्वास्थ्य लाता है।

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