Neem Karoli Baba: नीम करौली बाबा एक महान संत थे। बाबा के भक्त सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है। लोग उन्हें हनुमान जी (Hanuman Ji) का कलयुगी अवतार भी मानते हैं। उनके चमत्कारों की कई कहानियां सुनने को मिलती है। बाबा का आश्रम उत्तराखंड के नैनीताल (Nainital) जिले में स्थित कैंची धाम में है जहां हर साल हजारों की संख्या में भक्त आते हैं। नीम करौली बाबा 20वीं सदी के महान संत थे।
महाराज जी यानी कि नीम करौली बाबा अक्सर कहते थे कि जीवन में अगर कोई भी रास्ता ना दिखे और अपने भी साथ छोड़ दे तब हमें ईश्वर को याद कर लेना चाहिए। उस समय ईश्वर अलग-अलग रूप धारण करके व्यक्ति के कल्याण के लिए आते हैं। नीम करौली बाबा के कैंची धाम में भी बड़े पैमाने पर भक्त दर्शन के लिए जाते हैं। विद्वानों की माने तो जब भी बाबा अपने भक्तों को बुलाते हैं तो उसके पहले भक्तों को कुछ खास संकेत मिलने लगते हैं।
बाबा के बुलाने पर मिलते हैं ये संकेत (Neem Karoli Baba)
मान्यता है कि जिसे नीम करौली बाबा बुलाते हैं तो भक्त के जीवन में अचानक बदलाव आना शुरू हो जाता है और सपने में बाबा जी दिखाने लगते हैं। अचानक से लोग उसके सामने कैंची धाम की बात करने लगेंगे साथ ही कष्ट निवारण के लिए कैंची धाम जाने की सलाह देने लगेंगे। जिसे बाबा की कैंची धाम बुलाते हैं उसके मन में अचानक ही कैंची धाम जाने की लालसा जग जाती है।
कई बड़े क्रिकेटर और बिजनेसमैन गए हैं नीम करौली बाबा के आश्रम
विराट कोहली महेंद्र सिंह धोनी एप्पल फाउंडर स्टीव जॉब्स मार्क जुकरबर्ग चंकी पांडे जैसे बड़े-बड़े सेलिब्रिटी बाबा जी के आश्रम गए हैं। विराट कोहली अक्सर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ बाबा के आश्रम जाकर आशीर्वाद लेते हैं।
बाबा को लगाए इन चीजों का भोग
वैसे तो बाबा बहुत दयालु है उन्हें हर चीज पसंद है लेकिन उन्हें सबसे अधिक प्रिय जलेबी और सेब थी। आप अगर बाबा को जलेबी और सेब का भोग लगाते हैं तो आपके जीवन में खुशियां आएगी और सभी परेशानियां दूर हो जाएगी।
कौन थे नीम करौली बाबा
नीम करौली बाबा जिन्हें भक्त प्यार से महाराज जी के नाम से भी बुलाते हैं। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के अकबरपुर गांव के एक धनी ब्राह्मण जमींदार परिवार में हुआ था। उनके पिताजी का नाम लक्ष्मी नारायण शर्मा था और उनकी शादी मंत्र 11 साल में हो गई थी। शादी के तुरंत बाद ही महाराज जी घर छोड़कर चले गए और वह पूरे देश में घूमते रहे। उन्होंने अपने जीवन काल में कई चमत्कार किया और लोगों को जीवन जीने की राह दिखाई।
महाराज जी ने दो आश्रम भी बनवाई जिनमें से एक उत्तराखंड के नैनीताल जिले के कैंची में और दूसरा उत्तर प्रदेश के मथुरा के वृंदावन में स्थित है। नीम करोली बाबा का आश्रम उत्तराखंड के कैंची धाम में स्थित है इसलिए इसे कैंची धाम आश्रम कहा जाता है। यहां एक गुफा भी है कहा जाता है कि महाराज जी इसी गुफा में प्रार्थना और ध्यान करते थे।
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