Neem Tree Vastu : नीम के पेड़ की पूजा करने से दूर होता है मंगल दोष, वास करते हैं 33 देवता

Neem Tree Vastu : नीम के पेड़ में 33 देवताओं का वास होता है। इसलिए नीम की पेड़ की पूजा करने से और सेवा करने से मंगल दोष दूर होता है।

Neem Tree Vastu : हिंदू धर्म में प्रकृति को देवी का स्वरूप माना गया है। प्रकृति में पान पर कई ऐसे पेड़ पौधे हैं जिनकी पूजा करने से देवी देवता प्रसन्न होते हैं। अपने तुलसी का पौधा और केले के वृक्ष की पूजा के बारे में सुना होगा। इनमें नीम का पेड़ भी आस्था का प्रतीक बताया गया है। नीम के पेड़ में 33 देवताओं का वास होता है। इसलिए नीम की पेड़ की पूजा करने से और सेवा करने से मंगल दोष दूर होता है। आईए जानते हैं नीम के पेड़ की पूजा करने से कौन से देवताओं पर प्रभाव पड़ता है और क्या लाभ मिलता है….


मंगल देवता हैं नीम का पेड़

नीम का पेड़ साक्षात मंगलदेव है। इसकी पूजा करने से मंगलदोष दूर होते हैं। इसके साथ ही नीम के पेड़ में माता पार्वती और हनुमान जी का वास होता है। शास्त्र में बताया गया है कि नीम के पेड़ में 33 देवता निवास करते हैं। इनमें मंगल ग्रह का प्रमुख स्थान होता है। नीम के पेड़ के नीचे माता शीतला छांव हमेशा बनी रहती है। इसलिए ज्यादातर शीतला माता के मंदिर नीम के पेड़ के नीचे ही बनाए जाते हैं। नीम की पेड़ की पूजा करने से कई समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है।

नीम की पूजा से दूर होता है मंगल दोष

नीम का पेड़ मंगल की स्थिति तय करता है कि मंगल शुभ असर देगा या नहीं। मंगल की दिशा भी दक्षिण मानी गई है। इसलिए दक्षिण दिशा में नीम का एक बड़ा सा वृक्ष जरूर होना चाहिए। यदि दक्षिणमुखी मकान के सामने द्वार से दोगुनी दूरी पर स्थित नीम का हरा भरा वृक्ष है या मकान से दोगना बड़ा कोई दूसरा मकान है तो दक्षिण दिशा का असर कुछ हद तक समाप्त हो जाएगा। इस पेड़ की सेवा करने से आपके जीवन में कभी भी अमंगल नहीं होगा और मंगलदोष दूर हो जाएगा।

नीम के नीचे मंगलवार को जलाएं दीपक

मंगलवार को नीम के पेड़ में शाम को जल चढ़ाएं और चमेली के तेल का दीपक जलाएं। ऐसा कम से कम 11 मंगलवार करें। इससे हनुमानजी की कृपा प्राप्त होगी। घर के पास नीम का पेड़ लगाने और नित्य इसमें जल अर्पित करने से हनुमानजी की भी कृपा बनी रहती है।

दातून करने से शांत होता है शनिदोष 

नीम की पूजा करने और इसकी दातून करने से शनिदोष भी समाप्त हो जाता है। ज्योतिष में कहीं कहीं नीम का संबंध शनि और कहीं कहीं केतु से जोड़ा गया है। इसलिए दोनों ही ग्रहों की शांति हेतु उचित दिशा में नीम का पेड़ लगाया जा सकता है। नीम की लकड़ी से हवन करने से शनि की शांति होती है। इसके पत्तों को जल में डालकर स्नान करने से केतु संबंधी समस्याएं दूर होती हैं। नीम की लड़की की माला धारण करने से शनि की पीड़ा समाप्त हो जाती है। यदि आपका जन्म उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में हुआ है या आपकी राशि मकर या कुंभ राशि है तो नीम का पेड़ लगाने बहुत ही शुभ फलदायी होगा।


रोज जल चढ़ाने से प्रसन्न होती है मां गौरी

नीम के पेड़ की रोजाना सेवा करने से और पेड़ में जल चढ़ाने से प्रकृति की देवी माता पार्वती प्रसन्न होती हैं। अगर कोई कुंवारी लड़की नीम के पेड़ की सेवा रोजाना करती है तो माता की कृपा उसे पर बनी रहती है। नीम के पेड़ की पूजा करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

तमाम खबरों के लिए हमें Facebook पर लाइक करें Twitter , Kooapp और YouTube  पर फॉलो करें। Vidhan News पर विस्तार से पढ़ें ताजा-तरीन खबरे

- Advertisement -

Related articles

Share article

- Advertisement -

Latest articles