Premanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज वृंदावन के बहुत बड़े संत हैं। बड़े-बड़े नेता अभिनेता महाराज जी के दरबार में आते हैं और महाराज जी से अपनी समस्याएं बताते हैं। महाराज जी लोगों को अध्यात्म के राह पर चलने की सलाह देते हैं।
भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी प्रेमानंद महाराज के लाखों अनुयाई है। सोशल मीडिया पर भी उनकी तगड़ी फैन फॉलोइंग है। लोग महाराज जी को बेहद पसंद करते हैं और उनके बताएं रास्तों पर चलते हैं। महाराज जी के दरबार में आए एक भक्त ने पूछा कि महाराज जी अक्सर दिमाग में बुरे ख्याल क्यों आते हैं और इससे कैसे बचा जाए।
सवाल (Premanand Ji Maharaj)
ऐसे ही एक भक्त ने उनसे सवाल किया कि मन में बुरे विचार क्यों आते हैं और उससे कैसे बचा जाए? चलिए जानते हैं उनके जवाब क्या है।
नियंत्रित करना जरूरी
उन्होंने कहा कि मन तो चंचल है और इसकी गति इतनी तीव्र है कि इसे नियंत्रित करना सबसे मुश्किल काम है।
साधक का जीवन
वो कहते हैं कि एक साधक पूरा जीवन इसे नियंत्रित करने में ही लगा देता है। लेकिन अगर आपके मन में लगातार बुरी और अनहोनी भरे ख्याल आते हैं।
पूर्व जन्मों के कर्म
वो कहते हैं कि ये आपके पूर्व जन्मों के कर्म से प्रेरित होते हैं। आपके पूर्व जन्म के कर्मों का प्रभाव ही आपको चिंता, परेशानी और ऐसे विचार देता है, जिसमें आप फंसे रहते हैं।
नुकसान
उन्होंने कहा कि आप जानते हैं कि ऐसे विचार आपका नुकसान कर रहे हैं, लेकिन आप चाहकर भी ऐसे विचारों को झटक नहीं पाते।
उपाय
प्रेमानंद जी ने इसका उपाय बताते हुए कहा कि आपका मन बहुत चतुर है। वो कष्ट नहीं चाहता, इसलिए अच्छे विचारों से बचने का मार्ग ढूंढता रहता है।
भजन-कीर्तन करें
मन को शांत और पवित्र करने के लिए नाम जप या भजन-कीर्तन करें। संत प्रेमानंद जी के अनुसार जब मन भक्ति में लीन होता है, तो बुरे विचार अपने-आप हट जाते हैं।
तमाम खबरों के लिए हमें Facebook पर लाइक करें Twitter, Kooapp और YouTube पर फॉलो करें। Vidhan News पर विस्तार से पढ़ें ताजा-तरीन खबर।