Radha Krishna love story:राधा कृष्ण की प्रेम कहानी सदियों तक पृथ्वी पर सुनी जाएगी। जब भी प्यार और त्याग कब आता है तो सबसे पहले राधा कृष्ण का नाम लिया जाता है। देवी राधा को और भगवान कृष्ण को प्रेम का प्रतीक माना गया लेकिन दोनों का कभी भी शादी नहीं हो पाया।
Radha Krishna love story: जानिए क्यों नहीं हो पाई थी राधा कृष्ण की शादी

इसके पीछे एक बहुत ही बड़ा श्राप था जिसके वजह से राधा कृष्ण की कभी भी शादी नहीं हो पाई। कृष्ण से बिछड़ने के बाद राधा हमेशा कृष्ण को याद करती रही। तो आईए जानते हैं आखिर क्यों नहीं हो पाई राधा कृष्ण की शादी….
एक बार श्री कृष्ण के भक्त श्रीधाम उनके दर्शन के लिए गोलोक गए और वहां जाकर उन्होंने श्री कृष्ण को पुकारा। श्री धाम किसी तरह भगवान कृष्ण के दर्शन कर लेते हैं लेकिन जब वह देखते हैं कि राधा भगवान कृष्ण को अपना झूठा माखन खिला रही है तो उन्हें क्रोध आ जाता है।
राधा पर नाराज होकर कृष्ण के भक्त ने दिया था राधा को श्राप
वह कृष्ण से पूछते हैं की प्रेम और भक्ति में क्या श्रेष्ठ होता है तब श्री कृष्णा अपने भक्त को द्वारपाल बनाकर विश्राम करने चले जाते हैं। इसके बाद श्री कृष्णा यह सोचते हैं की प्रेम और भक्ति में क्या श्रेष्ठ है लेकिन उन्हें समझ नहीं आता है और वह राधा को याद करते हैं।
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उसके बाद राधा श्री कृष्ण के पास दौड़ी आती है लेकिन श्री धाम आज जो कृष्ण के द्वारपाल बने थे वह राधा को अंदर नहीं आने देते हैं। ऐसे ही राधा कृष्ण के कमरे में प्रवेश करने वाली होती है श्रीधाम उन्हें 100 वर्ष तक श्री कृष्ण को भूल जाने और मृत्यु लोक में रहने का श्राप देते हैं।
कृष्ण से हमेशा के लिए दूर हो गई थी राधा
इस शराब के बाद राधा को पृथ्वी लोक जाना होता है और श्री कृष्णा भी अपनी राधा से मिलने के लिए पृथ्वी पर जन्म लेते हैं। लेकिन राधा को गोलोक की बातें याद नहीं आती लेकिन श्री कृष्ण ने कभी सपने में तो कभी आंखों में गोलक का दर्शन करते हैं।
राधा को श्री कृष्ण से प्रेम हो जाता है लेकिन ब्रह्मावर्त पुराण के अनुसार राधा का विवाह यशोदा के भाई रयान गोप से हो जाता है। राधा रिश्ते में कृष्ण की मामी लगने लगती है इसलिए उनकी शादी कृष्ण से कभी नहीं हो पाती है। कई जगह ऐसा लिखा है कि राधा जी ने अपना घर छोड़ दिया था और गोप की शादी राधा की परछाई से होती है।राधा कृष्ण को प्रेम का प्रतीक माना जाता है और दोनों को त्याग का प्रतीक भी माना जाता है।
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