Radha Ashtami 2024: श्री कृष्ण जन्माष्टमी के बाद अब भक्तों को श्रीमती राधा रानी के जन्मोत्सव यानी राधाष्टमी का बेसब्री से इंतजार है। राधा रानी ये पर्व जन्माष्टमी के ठीक 15 दिनों बाद मनाया जाता है। कहते हैं जब भगवान विष्णु के कान्हा रूप में अवतरित होने के बाद देवी लक्ष्मी को वैकुंठ लोक खाली-खाली लगने लगा तब उन्होंने श्रीमती राधा रानी के रूप में वृषभानु के यहां जन्म लिया। इस दिन विशेष रूप से राधा रानी का शृंगार करके उनकी पूजा की जाती है और उनका मनपसंद भोग अर्पित किया जाता है। आज हम आपको राधा रानी के मनपसंद पांच भोग बताएंगे जिन्हें आप राधाष्टमी के पवित्र अवसर पर उन्हें अर्पित कर सकते हैं।
मालपुआ
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण को राधा रानी के हाथ से बने मालपुए बेहद पसंद थे। भगवान कृष्ण की पसंद के कारण राधा रानी को भी मालपुआ बेहद प्रिय है। इसलिए राधाष्टमी के दिन मालपुए का भोग विशेष रूप से लगाया जाता है। आप भी इस खास मौके पर किशोरी जी को मालपुए का भोग लगाएं
पंचामृत
लगभग सभी धार्मिक उत्सव में पंचामृत का भोग विशेष रूप से लगाया जाता है। ये भोग ना सिर्फ भगवान कृष्ण जी का मनपसंद है बल्कि उनकी राधा रानी का भी प्रिय है। पंचामृत को 5 चीजों जैसे-दही, दूध, घी, शहद, गंगजाल से मिलाकर बनाया जाता हैं। आप भी राधाष्टमी के दिन पंचामृत का भोग जरूर लगाएं।
दही अरबी की सब्जी
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार राधा रानी ने बरसाना में अवतार लिया था। इसलिए बरसाने में राधा रानी की प्रिय दही अरबी की सब्जी बनाई जाती है, ऐसे में आप भी राधाष्टमी के दिन उन्हें दही अरबी की सब्जी का भोग लगा सकते हैं।
रबड़ी
बांके बिहारी को रबड़ी बेहद प्रिय है।इसलिए राधा रानी को भी रबड़ी बेहद पसंद है आप भी राधा रानी को भोग अर्पित करना चाहते हैं तो उनकी पसंदीदा रबड़ी का भोग तैयार कर सकते हैं।
पान का बीड़ा
पान का बीड़ा भगवान श्रीकृष्ण को बेहद प्रिय है। इस कारण राधा रानी को भी प्रिय है । ऐसे में आप प्रसाद के साथ राधा रानी को पान का बीड़ा अर्पित करना बिल्कुल ना भूलें।
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