Shani Vakri: शनि देव को ग्रहों का न्यायाधीश कहा जाता है. शास्त्रों के अनुसार शनि देव किसी व्यक्ति को उसके अच्छे और बुरे कर्मों की सजा देते हैं. ग्रह गोचर के दौरान जब भी शनि वक्री या मार्गी होते हैं तो इसका सभी राशियों पर प्रभाव पड़ता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अभी के समय में शनि देव कुंभ राशि में विराजमान है और इसी राशि में 29 जून को वक्री होंगे और 15 नवंबर तक इसी अवस्था में रहेंगे.
शनि देव का वक्री अवस्था अच्छा नहीं माना जाता है क्योंकि इस अवस्था को उल्टी चाल कहा जाता है और इससे व्यक्ति को काफी परेशानी होती है और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां झेलनी होती है. इस दौरान कुछ राशियों को सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि उनकी मुसीबत आ सकती है. तो आईए जानते हैं किन राशियों की परेशानी शनि देव बढ़ाएंगे.
मेष राशि (Shani Vakri)
शनि देव के वक्री चला से मेष राशि के जातकों को परेशानी झेलनी पड़ सकती है. इस राशि के जातकों को फाइनेंशियल उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा और दांपत्य जीवन में मतभेद का सामना करना पड़ सकता है साथ ही आपसी विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. आप अगर नौकरी का तलाश कर रहे हैं तो इस दौरान रुकावट का सामना करना पड़ेगा.
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातक को परेशानी के वक्री चला का प्रभाव सबसे ज्यादा देखने को मिलेगा और उनके कार्य क्षेत्र में इसका प्रभाव पड़ेगा. इस दौरान इन्हें नुकसान झेलना पड़ सकता है और नौकरी पैसा लोगों को ऑफिस में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है.
Also Read:Vastu Tips: घर के इस दिशा में भूलकर भी नहीं रखनी चाहिए दवाई, वरना नकारात्मक ऊर्जा का हो जाएगा वास
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए शनि का वक्री चाल काफी नुकसानदायक साबित होगा और इस दौरान उन्हें तगड़ा नुकसान झेलने को मिलेगा. इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की जरूरत है क्योंकि इसका सीधा असर आपके स्वास्थ्य के ऊपर पड़ेगा.
तमाम खबरों के लिए हमें Facebook पर लाइक करें Google News , Twitter, Kooapp और YouTube पर फॉलो करें। Vidhan News पर विस्तार से पढ़ें ताजा–तरीन खबर।