Rudrabhishek In Sawan: सावन के तीसरे सोमवार को बन रहे हैं तीन शुभ योग, रुद्राभिषेक के लिए है बेहद खास दिन

Rudrabhishek In Sawan: सावन का पवित्र महीना चल रहा है। ये महीना भोलेनाथ को समर्पित माना जाता है। वैसे तो इस महीने के प्रतिदिन भोलेनाथ की पूजा की जा सकती है, लेकिन इनमें भी सोमवार का दिन सबसे उत्तम माना जाता है। अब तक सावन के दो सोमवार भी चुके हैं और तीसरा सोमवार 24 जुलाई को है। बहुत से लोग सावन में रुद्राभिषेक करवाते हैं। ऐसे में सावन का यह तीसरा सोमवार रुद्राभिषेक के लिए सबसे उत्तम दिन होगा। क्योंकि इस दिन तीन शुभ योगों का निर्माण हो रहा है। तो आइए जानते हैं सामान के तीसरे सोमवार पर पूजा विधि और शुभ योगों के बारे में….

 

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Rudrabhishek In Sawan
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तीसरे सोमवार को बन रहे हैं ये शुभ योग 

सावन के तीसरे सोमवार को शिव योग, रवि योग और सिद्धि योग बन रहा है। रवि योग की शुरुआत 24 जुलाई को सुबह 05 बजकर 38 मिनट पर होगा और ये रात 10 बजकर 12 मिनट तक रहेगा। वहीं शिव योग सुबह से ही बन रहा है और ये दोपहर 02 पर 52 मिनट तक रहेगा। इसी दिन बन रहे तीसरे यानी सिद्ध योग की शुरुआत दोपहर 02 बजकर 52 मिनट से शुरू होकर पूरी रात तक रहेगी।

Rudrabhishek In Sawan
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सावन के तीसरे सोमवार पर रुद्राभिषेक का शुभ मुहूर्त 

सावन के आने वाले तीसरे सोमवार पर रुद्राभिषेक के लिए शिववास सुबह से लेकर दोपहर 01 बजकर 42 मिनट तक रहेगा। ऐसे में रुद्राभिषेक सोमवार के दिन सुबह से लेकर दोपहर 01 बजकर 42 मिनट तक किया जा सकता है। सावन के तीसरे सोमवार व्रत का अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:00 बजे से लेकर दोपहर 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगा।

 

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तीसरे सोमवार के दिन ध्यान में रखें ये पूजा विधि

सबसे पहले सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर व्रत और शिवजी की पूजा का संकल्प लें। इसके बाद शुभ मुहूर्त में किसी शिव मंदिर या घर पर ही शिवलिंग की विधि पूर्वक पूजा करें। याद रखें की पूजा के दौरान शिवजी का गंगाजल या दूध से अभिषेक जरूर करें।

पूजा के दौरान महादेव को चंदन, अक्षत, बेलपत्र, सफेद फूल, भांग की पत्तियां, शमी के पत्ते, धतूरा, भस्म और फूल की माला चढ़ाएं। इसके बाद भोलेनाथ को शहद, फल, मिठाई, शक्कर अर्पित करें। फिर धूप-दीप दिखाने के बाद शिव चालीसा और सोमवार व्रत कथा का पाठ करें और भोलेनाथ की आरती कर पूजा संपन्न करें।

 

डिस्क्लेमर: इस ख़बर में निहित किसी भी जानकारी, सूचना अथवा गणना के विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। यह विभिन्न माध्यमों, ज्योतिष, पंचांग, मान्यताओं के आधार पर संग्रहित कर तैयार की गई है।

 

( यह ख़बर विधान न्यूज के साथ इंटर्नशिप कर रहे गौरव श्रीवास्तव द्वारा तैयार की गई है।)

 

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