Vastu Tips: हिन्दू धर्म में कई पेड़ों की पूजा भी की जाती है। इन्हीं में से एक है नीम। ज्योतिष से लेकर आयुर्वेद तक पेड़ों का विशेष महत्व माना गया है। ये व्यक्ति के व्यक्तित्व पर गहरा प्रभाव डालते हैं। नीम का पेड़ शनि के दुष्प्रभाव को खत्म करता है। इसके साथ ही नीम कई औषधीय गुणों से भरपूर है और कई वास्तु दोषों को दूर करने में अहम भूमिका निभाता है।
आइए जानते है नीम के पेड़ का क्या महत्व है (Vastu Tips)
नीम के पेड़ का क्या है महत्व
हिंदू धर्म में नीम के पेड़ का विशेष महत्व है। घर के बाहर नीम का पेड़ होने से नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है। साथ ही यह शनि, राहु और केतु की पीड़ा से भी बचाता है। ऐसे में अगर इस पेड़ को घर के बाहर सही दिशा में लगाया जाए तो घर में बरकत होने लगती है।
नीम का पेड़ लगाने की सही दिशा
घर के बाहर नीम का पेड़ होना बहुत फलदायी माना जाता है। इस पेड़ का सीधा संबंध मंगल ग्रह से है। इसके साथ ही केतु और शनि ग्रह भी इससे संबंधित हैं। ऐसे में अगर आप नीम का पेड़ लगाना चाहते हैं तो दक्षिण दिशा बेहद शुभ रहेगी। दक्षिण दिशा में नीम का पेड़ लगाने से घर में लंबे समय से रुकी हुई बरकत फिर से शुरू हो जाएगी।
हवन से नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होगी
हिंदू धर्म में नीम के पेड़ को नीमड़ी देवी कहा जाता है। इस पेड़ की पूजा की जाती है क्योंकि इसमें देवी का वास होता है। मान्यता है कि इस पेड़ की लकड़ी से हवन करने से वास्तु दोष दूर हो जाते हैं। परिवार में सुख-शांति आती है और पितृ दोष से भी मुक्ति मिलती है।
तमाम खबरों के लिए हमें Facebook पर लाइक करें Twitter, Kooapp और YouTube पर फॉलो करें। Vidhan News पर विस्तार से पढ़ें ताजा-तरीन खबर।