Meditation Benefits: सनातन धर्म में ध्यान करना यानी मेडिटेशन बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इसका प्रचलन प्राचीन काल से ही रहा है। यह एक ऐसी महत्वपूर्ण शिक्षा है, जिसकी आवश्यकता हमें लौकिक जीवन के साथ-साथ अध्यात्मिक अलौकिक क्षेत्र में भी पड़ती है। ध्यान यानी मेडिटेशन केवल धार्मिक ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक दृष्टि से भी बहुत ही लाभकारी माना जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं, aa q क्या है ध्यान करने का आध्यात्मिक महत्व और इसके उचित आसन के बारे में…
यह है ध्यान का अध्यात्मिक महत्व
आध्यात्मिक दृष्टि से ध्यान अपने स्वरूप और लक्ष्य की विस्मृति के परिणामस्वरुप उत्पन्न हुई बधाओं से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है। ध्यान हमारे तन-मन और आत्मा के बीच एक विशेष संबंध स्थापित करता है और उसे बल प्रदान करता है। इसके नियमित अभ्यास से व्यक्ति के अंदर आत्मिक शक्ति के साथ-साथ मानसिक शांति का भी विकास होता है।
यह है ध्यान करने का उचित आसन
ध्यान करते वक्त आसन का विशेष रुप से ध्यान देना चाहिए, अन्यथा इसका पूर्ण परिणाम नहीं मिलता। ध्यान हमेशा अपने मेरुदंड यानी रीड की हड्डी को सीधा करके ही करना चाहिए। ध्यान के दौरान जब व्यक्ति अपने मन और प्राण शक्तियों को अपनी रीड की हड्डी के चक्रों से होते हुए उधर्व चेतना की ओर भेजता है, तो उसे अनुचित आसन के कारण मेरुदंड की नाड़ियों की सिकुड़न और संकुचन से बचना चाहिए।
ध्यान करते वक्त इन बातों का रखें खास ख्याल
ध्यान हमेशा जमीन पर आसन बिछाकर और पालथी मार कर सुखासन या पद्मासन में ही करना चाहिए। अगर आप पहली बार ध्यान करना आरंभ कर रहे हैं, तो आपके लिए 5 मिनट भी काफी है। ध्यान के लिए ऐसी जगह चुने जो शांत हो। वक्त और अभ्यास के साथ-साथ आप 20-30 मिनट का भी ध्यान लगा सकते हैं।
इस तरह करें ध्यान की शुरुआत
ध्यान की शुरुआत में सबसे पहले आपको प्राणायाम करना चाहिए या फिर थोड़ी देर तक लंबी सांस धीरे-धीरे लेना और छोड़ना चाहिए, जिससे आपका मस्तिष्क सक्रिय हो जाए और आप अपने विचारों को नियंत्रित कर सकें। मनुष्य की सांस की गति का उसके विचारों पर असर होता है। सामान्य सांस से व्यक्ति में मानसिक स्थिरता पैदा होती है, जो मन और विचारों में शांति लाती है और मनुष्य अपने कार्य को एकाग्रता के साथ कर पता है।
डिस्क्लेमर: इस ख़बर में निहित किसी भी जानकारी, सूचना अथवा गणना के विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। यह विभिन्न माध्यमों, ज्योतिष, पंचांग, मान्यताओं के आधार पर संग्रहित कर तैयार की गई है।
(यह ख़बर विधान न्यूज के साथ इंटर्नशिप कर रहे गौरव श्रीवास्तव द्वारा तैयार की गई है।)
तमाम खबरों के लिए हमें Facebook पर लाइक करें Twitter , Kooapp और YouTube पर फॉलो करें। Vidhan News पर विस्तार से पढ़ें ताजा-तरीन खबर।