Malmas Amavasya: हिंदू धर्म में सावन मास की अमावस्या का विशेष महत्व होता है। इस बार अधिकमास होने के कारण इस अमावस्या को पुरुषोत्तम या मलमास की अमावस्या भी कह सकते हैं। इस बार मल मास की अमावस्या 16 अगस्त को बुधवार के दिन है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन व्यक्ति को तर्पण और दान पुण्य के कार्य करने से विशेष लाभ मिलता है। साथ ही शिवलिंग पर कुछ चीजों को अर्पित करने से पित्र दोष समेत कई प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं मल मास की अमावस्या के दिन शिवलिंग पर कौन सी चीजें अर्पित करने से मिलता है विशेष लाभ।

शहद के साथ सफेद तिल
मलमास अमावस्या के दिन शिवलिंग पर शहद और सफेद दिल चढ़ाने से रूप और सौंदर्य की प्राप्ति होती है। साथ ही समाज में सम्मान बढ़ता है। मान्यताओं के अनुसार, इस उपाय को करने से पित्र दोष समेत डायबिटीज की बीमारियां भी दूर हो जाती है।
इस उपाय से कालसर्प दोष से मिलेगी मुक्ति
मलमास अमावस्या के दिन शिवलिंग पर जल और बेलपत्र चढ़ाने के साथ-साथ चांदी के नाग-नागिन अर्पित करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है। इस उपाय से जीवन में सुख-समृद्धि और धन प्राप्ति के मार्ग भी जल्द ही बन जाते हैं।
आक का पत्ता
आक का पत्ता भगवान से शिव को बहुत ही प्रिय है। पुरुषोत्तम अमावस्या के दिन शिवलिंग पर आक का पत्ता अर्पित करने से मानसिक और शारीरिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है। साथ ही ग्रहों की अशुभ दशा भी जल्द ही ठीक हो जाती है।
गन्ने का जूस
गन्ने के जूस से शिवलिंग का अभिषेक करना बहुत ही शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह पितृदोष से मुक्ति के साथ-साथ विभिन्न संसार के सुखों की भी प्राप्ति होती है। गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करते समय ‘ओम नमः शिवाय’ मंत्र का जप करते रहना चाहिए।
बेलपत्र
पुरुषोत्तम अमावस्या के दिन 108 बेलपत्र पर सफेद चंदन से राम लिख कर शिवलिंग पर ‘ओम नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करते हुए अर्पित करना चाहिए। इस उपाय से कई ग्रह दोष और पित्र दोष भी दूर हो जाते हैं। अगर इतने बेलपत्र चढ़ाना संभव न हो तो 11 बेलपत्र भी अर्पित किया जा सकता है।
डिस्क्लेमर: इस ख़बर में निहित किसी भी जानकारी, सूचना अथवा गणना के विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। यह विभिन्न माध्यमों, ज्योतिष, पंचांग, मान्यताओं के आधार पर संग्रहित कर तैयार की गई है।
(यह ख़बर विधान न्यूज के साथ इंटर्नशिप कर रहे गौरव श्रीवास्तव द्वारा तैयार की गई है।)
तमाम खबरों के लिए हमें Facebook पर लाइक करें Twitter , Kooapp और YouTube पर फॉलो करें। Vidhan News पर विस्तार से पढ़ें ताजा-तरीन खबर।